सैय्यद आसिफ अली
देश में लड़कियों और महिलाओं पर तेज़ाब हमले किसी से छुपे नहीं हैं, आंकड़ों के अनुसार वर्ष 1999 से लेकर 2018 तक तेज़ाब हमलों की ऐसी 3000 घटनाएं हो चुकी हैं, जनवरी 2002 से अक्टूबर 2010 तक कुल 153 ऐसी घटनाएं घटित हो चुकी हैं। तेजाब हमलों से पीड़ित लड़कियों की ज़िन्दगी किसी नर्क से कम नहीं होती।
बढ़ते तेज़ाब हमलों के बाद सुप्रीम कोर्ट भी सख्त हुआ है और साथ ही देश में तेज़ाब पीड़िताओं के लिए कई लोग और गैर सरकारी संगठन आगे आये हैं और उनका जीवन सँवारने उन्हें स्वावलम्बन देने के लिए मदद की है, शेरोज़ कैफे इसका बड़ा उदाहरण है।
इसी कड़ी में एक सराहनीय खबर मुंबई से आयी है जहाँ एक तेज़ाब पीड़िता विवाह बंधन में बंधी है, इसका श्रेय जाता है अभिनेता शाहरुख़ खान को, शाहरुख़ खान ने तेज़ाब पीड़िताओं की मदद और स्वावलम्बन के लिए एक NGO बनाया हुआ है जिसका नाम है Meer Foundation.
शाहरुख खान मीर फाउंडेशन के संस्थापक हैं, जो एसिड अटैक पीड़ितों की मदद और सहायता करता है।
timesnownews के अनुसार कल 20 नवम्बर को शाहरुख खान ने टवीट कर मीर फाउंडेशन से जुडी तेज़ाब पीड़िता अनुपमा को बधाई देते हुए टवीट किया कि “जीवन की इस नई यात्रा की शुरुआत करते हुए अनुपमा को मेरा प्यार और बधाई। उम्मीद है कि यह प्यार और हंसी से भरा हो। यू आर द मैन जगदीप ।।” .और आप दोनों के इस बंधन से खुश होने के दोहरे कारण हो सकते हैं। ”
इसके साथ ही उन्होंने अनुपमा की शादी की तस्वीरों के साथ-साथ उनके साथ अपनी सेल्फी भी साझा की।
हाल ही में शाहरुख़ खान ने कुछ एसिड अटैक सर्वाइवर्स के साथ खुद की एक ग्रुप फोटो भी इंस्टाग्राम पर शेयर की थी। मीर फाउंडेशन ने 120 एसिड अटैक पीड़ितों की मदद और सर्जरी करने की पहल की है और इस मानवीय काम में फाउंडेशन को डॉक्टरों द्वारा पूरा सहयोग दिया जा रहा है।
शाहरुख खान ने मीर फाउंडेशन की स्थापना 2013 में की थी। उन्होंने संगठन को अपने पिता का नाम दिया था और वे एसिड अटैक सर्वाइवर्स के जीवन को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए प्रयासरत रहे हैं।