नई दिल्लीः आज़ाद समाज पार्टी के सुप्रीमो चंद्रशेखर आज़ाद रावण ने फादर्स डे पर भावुक पोस्ट पर लिखी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर भावुक टिप्पणी करते हुए लिखा कि पिता जी, मैं अपने जीवन के हर लम्हे में आपको याद करता हूँ। एक अभिभावक के रुप में आपका जो प्यार व मार्गदर्शन मुझे मिला उसकी मेरे जीवन पर अमिट छाप है। समाज हित आपसे सीखा इसीलिए मैं बहुजन आन्दोलन को आगे बढ़ा रहा हूँ।
अपनी टिप्पणी में चंद्रशेखर ने कहा कि आप जैसा अभिभावक हर किसी को मिले जो अपने बच्चों का लालन-पालन इस तरह से करे कि वह समाज को अपना परिवार समझें व उसकी उन्नति के लिए कार्य करें। मैं करोड़ों शोषित, वंचित, असहायों को सत्ता में पहुंचाने के लिए अपने जीवन के आखिरी सांस तक कार्य करता रहूँगा। तमाम बहुजन नायक नायिकाओं के सपनों का भारत बनाना मेरे जीवन का परम् लक्ष्य है।
जानकारी के लिये बता दें कि आज़ाद समाज पार्टी के सुप्रीमो एंव भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद के पिता सरकारी स्कूल में प्रधानाचार्य थे। चंद्रशेखर बताते हैं कि उनके पिता की बदौलत ही वे शिक्षा प्राप्त कर पाए, क्योंकि उनके जीवित रहते हमें कभी आर्थिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ा। साल 2012 में चंद्रशेखर के पिता का निधन हो गया था।
साल 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद सहारनपुर में दलित एंव ठाकुरों के बीच सांप्रदायिक हिंसा हुई, इस हिंसा के आरोप में चंद्रशेखर लगभग 16 महीनों तक जेल में रहे। इसके बाद वे देखते देखते दलित युवाओं का रॉल मॉडल बनने लगे। चंद्रशेखर ने 2020 में आज़ाद समाज पार्टी का गठन किया और अपने सामाजिक आंदोलन को राजनीतिक दल के रूप में परिवर्तित कर लिया। उससे पहले वे जामा मस्जिद पर सीएए विरोधी आंदोलन में शामिल हुए थे जिसके बाद वे हफ्तों तक जेल में रहकर आए थे। पिछले दिनों मशहूर पत्रिका TIME ने उनका शुमार भारत के उभरते हुए नेताओं में किया था।