नई दिल्लीः देश की आज़ादी के लिये शहीद हुए शहीद अशफ़ाक़ उल्लाह ख़ान आज ही के दिन पैदा हुए थे। पूरा देश आज उनकी जयंती मना रहा है, इसी क्रम में गाज़ीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों ने भी शहीद अशफ़ाक़ उल्लाह ख़ान की जयंती मनाई। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने किसानों के साथ शहीद अशफ़ाक़ उल्लाह ख़ान की तस्वीर पर पुष्पअर्पित किए और अशफ़ाक़ उल्लाह ख़ान की शहादत को याद किया।
इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इस देश को आज़ाद कराने में किसी एक संप्रदाय या जाति विशेष का योगदान नहीं, बल्कि सभी ने एक साथ मिलकर अंग्रेज़ों की ग़ुलामी से इस देश को आज़ाद कराने की लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि शहीद अशफ़ाक़ उल्लाह ख़ान के सबसे अज़ीज़ दोस्त पंडित राम प्रसाद बिस्लिम थे, यही भाई चारा यही एकता इस देश की पहचान रही है, लेकिन कुछ राजनीतिक ताक़तें इस भाई चारे को समाप्त करने की कोशिशों में लगीं हैं, हमें उन ताक़तों को कामयाब नहीं होने देना है।
राकेश टिकैत ने कहा कि शहीदों को धर्म के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए, शहीद किसी एक धर्म, किसी एक जाति, किसी एक संप्रदाय का नहीं बल्कि वह राष्ट्र का होता है। लेकिन दुर्भाग्य है कि देश में शहीदों को भी उनकी धार्मकि पहचान के सहारे याद किया जाता है। किसान नेता ने कहा कि सभी को इतिहास पढ़ना चाहिए, भारत को आज़ादी दिलाने वाले नायकों, क्रांतिकारियों, शहीदों की जीवनी को पढ़ना चाहिए, ताकि इस देश को उन महान क्रांतिकारियों के सपने जैसा देश बनाया जा सके।
आजादी की लड़ाई में प्राण न्योछावर करने वाले शहीद अशफाक उल्ला खां
की जन्म जयंती पर नमन किया।#अशफाक_उल्ला_खां @ANI @PTI_News @AFP @AP pic.twitter.com/RrkjdTUoDs— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) October 22, 2021
भारतीय किसान यूनियन के नेता ने कहा कि जब इस देश के लोग जाति, धर्म, संप्रदाय से ऊपर उठकर अंग्रेज़ों के मुक़ाबिल खड़े हुए तो अंग्रेज़ों को भारत को आज़ाद करना पड़ा। उन्होंने कहा कि एकता में बड़ी ताक़त होती है, किसी भी देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के लिये उस देश के नागरिकों को सबको साथ लेकर चलना होता है।
इस दौरान राकेश टिकैत के साथ किसानों के अलावा समाजवादी पार्टी के युवा नेता अख्तर अली ख़ान एडवोकेट, मंज़र हुसैन चौधरी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सपा, सुखदेव सिंह सरदार जी आदि मौजूद रहे।