नई दिल्लीः सऊदी अरब का ऐतिहासिक शहर मदीना, अकेली सफर करने वाली महिलाओं के लिये दुनिया में सबसे सुरक्षित शहर माना गया है। खलीज टाइम्स के मुताबिक, एक ब्रिटिश ट्रैवल कंपनी ने अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित शहरों पर एक सर्वे किया था, जिसकी रिपोर्ट हाल ही में जारी की गई है। सर्वे में महिलाओं के अकेले सुरक्षित रात के समय यात्रा और जेंडर आधारित हमले के जोखिम पर भी सवाल थे, दोनों श्रेणियों में मदीना शहर को 10 में से 10 अंक मिले हैं।
सऊदी अरब के मदीना शहर ने दोनों मामलों में 10 में से 10 अंक हासिल किए, जिससे यह महिलाओं के लिए दुनिया का सबसे सुरक्षित शहर बन गया। इसी तरह, संयुक्त अरब अमीरात में दुबई महिलाओं के लिए दुनिया का तीसरा सबसे सुरक्षित शहर है, जहां रात में महिलाओं की सुरक्षा, अकेले यात्रा पर 9.43 और जेंडर आधारित हमले के जोखिम पर 8.64 अंक मिले हैं। वहीं थाईलैंड का चियांग माई दूसरे, जबकि जापान में क्योटो चौथे और चीन में मकाऊ पांचवें स्थान पर रहे।
जानकारी के लिये बता दें कि मक्का के बाद मदीना इस्लाम का दूसरा सबसे पवित्र शहर है। मुस्लिमों के लिए यह जन्नत का दरवाजा के रुप में जाना जाता है। इसके साथ ही यह इस्लाम के पांच प्रमुख स्तंभों में से भी एक माना जाता है। यही वह शहर है जहां पैगंबर-ए-इस्लाम हिजरत करके आए थे, हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा (स.अ) इस्लाम का संदेश देने वाले पैगंबर हैं। उन्होंने ही दुनिया की सबसे बड़ी मस्जिद, मस्जिद-ए नबवी की बुनियाद रखी थी। ये सऊदी अरब के शहर मदीना में है।
इस्लामिक धर्मगुरुओं के मुताबिक़ नबी की मस्जिद में एक बार नमाज़ अदा करना, दुनिया की किसी और मस्जिद में एक हज़ार बार नमाज़ पढ़ने के बराबर होता है। इस्लामिक परंपराओं के मुताबिक़, इस मस्जिद में नमाज़ अदा करने से ज़्यादा पुण्य केवल अल-मस्जिद अल-हरम में नमाज़ पढ़ने से होता है।