जयपुर: राजस्थान के शिक्षा मंत्री डॉ. बी डी कल्ला ने आज विधानसभा में आश्वस्त किया कि प्रदेश में जहां प्राथमिक शालाओं में 20 छात्र उर्दू माध्यम से पढ़ना चाहेंगे वहां प्राथमिक विद्यालय में उर्दू माध्यम में पढ़ाई प्रारम्भ कर दी जायेगी।
डॉ.कल्ला ने प्रश्नकाल में विधायकों के पूरक प्रश्नों के जवाब में बताया कि वर्ष 2015 में 20 विद्यालय थे जहाँ उर्दू के माध्यम से आठ उच्च प्राथमिक विद्यालयों में एवं 12 प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई कराई जाती थी। उन्होंने कहा कि आज भी तीन प्राथमिक एवं तीन उच्च प्राथमिक विद्यालयों में उर्दू माध्यम से पढ़ाई संचालित है। उन्होंने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय पन्नीग्राम, राजकीय प्राथमिक विद्यालय नीलग्राम एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय मौलाना साहब जयपुर में संचालित है।
उन्होंने बताया कि अजमेर में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय तारागढ़, राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय अंजनपुर , राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बड़गांव संचालित है। उन्होंने बताया कि कुछ विद्यालय मर्ज हो गये जिनमें वर्ष 2014 में दो, वर्ष 2015 में दो, वर्ष 2016 में चार, और वर्ष 2008 में एक 2002 में एक एवं 2009 में भी एक विद्यालय मर्ज हुआ है।
इससे पहले विधायक रफीक खान के मूल प्रश्न के जवाब में डॉ. कल्ला ने बताया कि प्रदेश में गत पांच वर्षाे में उर्दू माध्यम के प्राथमिक स्तर के किसी भी विद्यालय को बन्द नहीं किया गया है।