नई दिल्लीः राजस्थान के जयपुर स्थित हरिदेव जोशी पत्रकारिता एंव जनसंचार विश्वविद्यालय ने निर्णय लिया है कि विश्विद्यालय में अब पेशेवर पत्रकार भी पत्रकारिता पढ़ाएंगे। यह जानकारी विश्विद्यालय के वीसी ओम थानवी ने दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते हुए लिखा कि पहली जनवरी से हरिदेव जोशी विश्वविद्यालय में पेशेवर पत्रकार भी पढ़ाएँगे। हालाँकि हमारे मौजूदा शिक्षकों में अनेक पत्रकारिता कर आए हैं। लेकिन अब प्रिंट, रेडियो, टीवी, सोशल मीडिया, संचार आदि में सक्रिय पत्रकारों को भी जोड़ने की कोशिश शुरू की है।
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के शिक्षण संस्थानों से अमूमन यह शिकायत रहती है कि वहाँ पत्रकारों को शिक्षण के लिए कम लिया जाता है। असल में किसी विश्वविद्यालय में अकादमिक शिक्षकों और पेशेवराना (प्रफ़ेशनल) शिक्षकों का मेल होना चाहिए। विद्यार्थियों के लिए अकादमिक ज्ञान, शोध और सैद्धांतिकी का बड़ा महत्त्व है। पर मीडिया अंततः व्यावहारिक धरातल पर खड़ा होता है। इसके लिए विद्यार्थियों को अनुभवजन्य शिक्षा-दीक्षा भी चाहिए।
अखलाक उस्मानी का चयन
हरिदेव जोशी विश्वविद्यालय में पत्रकारिता पढ़ाने वाले पेशेवर पत्रकारों की सूची में डॉक्टर अख़लाक उस्मानी का नाम भी शामिल है। डॉ. उस्मानी के पास पत्रकारिता का लंबा अनुभव है। उन्होंने बीते वर्ष ही पीएचडी मुकम्मल की है। डॉ. उस्मानी की पीएचडी अरब स्प्रिंग पर थी। राजस्थान के नागौर के कस्बा डींडवाना के रहने वाले अख़लाक उस्मानी ने राजस्थान पत्रिका से अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की थी। उसके बाद उन्होंने ईटीवी, सहारा समेत कई बड़े मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएं दीं हैं।
ओम थानवी ने जानकारी देते हुए लिखा कि फ़िलहाल हमसे ऐजंक्ट और विज़िटिंग फ़ैकल्टी (यूजीसी व्यवस्था) के नाते ये पत्रकार जुड़ रहे हैं, जो विभिन्न अख़बारों, रेडियो-टीवी आदि का बहुत अनुभव रखते हैं — राजेश जोशी (जनसत्ता, आउटलुक, बीबीसी), त्रिभुवन (जागरण, वर्तमान में दैनिक भास्कर), मीना शर्मा (दूरदर्शन, ज़ी, सहारा, ई-टीवी, पत्रिका टीवी), नासिरुद्दीन हैदर ख़ान (दैनिक हिंदुस्तान, राष्ट्रीय सहारा), संजय शर्मा (पीटीआइ, टाइम्स ऑफ़ इंडिया, ट्रिब्यून, संडे गार्डियन, न्यूज़ इंडिया चैनल), अख़लाक़ अहमद उस्मानी (राजस्थान पत्रिका, दूरदर्शन, ई-टीवी, सहारा समय), मोहम्मद फ़हद (हिंदुस्तान टाइम्स, कैच न्यूज़, डीएनए, फ़र्स्ट इंडिया, न्यूज़ एक्स)। आशा है इस पहल को लोग पसंद करेंगे। विद्यार्थी तो लाभान्वित होंगे ही।