नई दिल्लीः दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि आम आदमी पार्टी के मुखिया दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के लिए देवभूमि उत्तराखंड में अपना राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए 6 गांरटी कार्यक्रमों को लागू करने के झूठे वायदे उत्तराखंड वासियों को दिल्लीवालों की भांति धोखा देने की आधारशिला रखने का काम कर रहे है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने यह बयान प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में दिया जिसमें प्रदेश उपाध्यक्ष शिवानी चौपड़ा भी मौजूद थीं।
संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल द्वारा उत्तराखंड में हर घर रोजगार गारंटी की घोषणा पर स्वतः ही प्रश्नचिन्ह लग जाता है क्योंकि आम आदमी पार्टी के घोषणा पत्र में 8 लाख युवाओं को रोजगार देने का वायदा किया था, जबकि आर.टी.आई. के अनुसार दिल्ली में 7 वर्षों के शासन में केवल 440 नौकरियां रोजगार विभाग ने दी। चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि झूठे वायदे करने वाले केजरीवाल ने उत्तराखंड में पलायन रोकने के लिए रोजगार व पलायन मंत्रालय का गठन करने की बात कर रहे है लेकिन दिल्ली सरकार में रोजगार व्यवस्थित करने वाले रोजगार कार्यालय में खुद 84 प्रतिशत पद रिक्त पड़े है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल बताऐं कि दिल्ली में 440 युवाओं में से कितने उत्तराखंड के युवाओं को रोजगार दिया गया?
चौधरी अनिल कुमार ने केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उत्तराखंड में प्राईवेट सेक्टर में नौकरियां के लिए जॉब पोर्टल का वायदा करने वाले केजरीवाल ने दिल्ली में युवाओं को कोविड काल में प्राईवेट संस्थाओं में नौकरी दिलाने के लिए करोड़ो रुपये खर्च करके जॉब पोर्टल शुरु किया जिसमें 13,27,061 युवाओं के आवेदन करने के बावजूद (0.03%) सिर्फ 3896 युवाओं को रोजगार दिया गया है। चौधरी अनिल कुमार ने उतराखंड के युवाओं को केजरीवाल द्वारा प्रतिमाह 5 हजार रुपये देने के वायदे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली के युवाआें को रोजगार देने का वायदा करने के बाद कितने बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया है, जबकि दिल्ली कांग्रेस ने कोविड काल में मुख्यमंत्री से इसकी मांग भी की थी। चौधरी अनिल कुमार ने मांग की कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जॉब पोर्टल पर आवेदन करने वाले 13,27,061 बेरोजगार युवाओं को तुरंत प्रभाव से 7000 रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता देना शुरु करें।
चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि पारदर्शी प्रशासन भ्रष्टाचार मुक्त शासन का दावा करके दिल्ली की सत्ता हासिल करने वाले अरविन्द केजरीवाल का इतिहास रहा है कि उन्होंने दिल्लीवासियों से किए किसी भी वायदे को पूर्णतः पूरा नही किया जबकि अपनी राजनीतिक अंकाक्षाओं के चलते वे अन्य राज्यों में सत्ता हथियाने के लिए झूठे, आधारहीन और बेबुनियादी घोषणाऐं करके वहां के लोगों को हर सुविधा मुफ्त में देने का वायदा करके गुमराह करने की कोशिश करते है।
चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को 2020 के चुनाव में 10 गांरटी दी थी परंतु दिल्ली सरकार ने एक भी गांरटी कार्यक्रम को पूरा नही किया है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव होने वाले राज्यों में अरविन्द केजरीवाल अपनी राजनीतिक स्वार्थ और उदेश्यों की पूर्ति के लिए कभी भी यू-टर्न करने से नही चूकते। उन्होंने कहा कि क्या केजरीवाल ने दिल्लीवालों से किए गए वायदों जहां झुग्गी वहीं मकान, प्रदूषण मुक्त दिल्ली का वायदा, भ्रष्टाचार मुक्त पारदर्शी प्रशासन, स्वच्छ यमुना, महिला सुरक्षा, अत्याधुनिक अस्पताल/स्वास्थ्य सेवाऐं, विश्व स्तरीय शिक्षा मुहैया देने का वायदा, 24 घंटे पीने का शुद्ध पानी सहित पहले कार्यकाल में 8 लाख रोजगार देने के वायदों की सच्चाई किसी भी राज्य की जनता को बताने की हिम्मत कर सकते हैं?
चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने पिछले सात वर्षों में एक भी झुग्गीवासी को मकान नही दिया, प्रदूषण मुक्त दिल्ली बनाने के नाम सिर्फ नजदीकी राज्यों के किसानों पर पराली जलाने का आरोप लगाते रहे है और यमुना सफाई के नाम करोड़ो रुपये खर्च करके एक भी परियोजना पर औसतन काम भी नही किया गया तथा चमचमाती दिल्ली गंदगी के चलते विश्व में नम्बर वन है। उन्होंने कहा कि विश्वस्तरीय शिक्षा पद्धति की दुहाई देने के बावजूद दिल्ली सरकार के स्कूलों में 2013 के अनुपात में 2021 तक 20 हजार छात्रों का अंतर है यह हालत तब है जब प्राईवेट स्कूलों के लगभग 1.60 लाख छात्रों ने दिल्ली सरकार के स्कलों में दाखिला लिया है। चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली में डीटीसी की नई 11,000 बसें जोड़ने का वायदा किया जबकि एक भी नई बस नही लाए और डीटीसी बस खरीद में 4288 करोड़ हुए भ्रष्टाचार का खुलासा दिल्ली कांग्रेस ने किया जिसकी सीबीआई जांच चल रही है।
चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल द्वारा दिल्ली में अत्याधुनिक अस्पताल बनाने और स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरस्त करने की योजना का हाल पूरे कोविड काल में पूरी दुनिया देख चुकी है जब प्रतिदिन हजारों कोविड मामले सामने आ रहे थे और चरमराई दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण अरविन्द केजरीवाल ने घोषणा करके सब कुछ भगवान भरोसे छोड़ दिया जबकि कांग्रेस द्वारा शुरु किए गए अस्पतालों को भी सही समय पर चालू नही किया जबकि द्वारका का इंदिरा गांधी अस्पताल आज भी शुरु नही हो सकता है।