नई दिल्ली: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री के पूर्व संसदीय सचिव व पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के बॉर्डरों पर तीनां काले कृषि कानूनों को पूरी तरह वापस लेने की मांग को लेकर भारतवर्ष के हजारों की संख्या में किसान 239 दिनों से अपना विरोध जता रहे है परंतु केन्द्र की मोदी सरकार किसानों के हितों के प्रति पूर्णतः असंवेदनशील है। 8 महीने से चल रहे आंदोलन में 637 से अधिक किसानों ने अपनी जान गंवाई है। संवाददाता सम्मेलन में दिल्ली में किसानों के नेता पूर्व विधायक विजय सिंह लोचव और दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमृता धवन भी मौजूद थीं।
संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए अनिल भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की ओर से कृषि कानूनों के विरोध में राहुल गांधी द्वारा किसानों को पूर्ण समर्थन जारी रखने के फैसलें से देश की तरक्की में अग्रणी कृषि क्षेत्र को प्रगति मिलेगी और देश के अन्नदाता के हितों की रक्षा करने के लिए अहम कदम है। जबकि केन्द्र सरकार कृषि कानूनों पर किसान नेताओं से वास्तविक संवाद तक करने को तैयार नही है, अभी तक जितनी भी बैठके हुई, सब प्रधानमंत्री मोदी के इशारे पर एकमत कृषि कानून वापस नही लेने के एजेंडे पर हुई है।
अनिल भारद्वाज ने कहा कि केन्द्र सरकार और दिल्ली की केजरीवाल सरकार किसानों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही है। मोदी और केजरीवाल सरकार की निष्ठुरता के कारण किसानों की दुर्दशा हो रही है, किसान खेत खलियान छोड़कर सड़कों पर पड़ा है, लोकतंत्र में अन्नदाता के लिए केन्द्र सरकार ने संवाद ही बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसानों, कृषि मजदूरों और श्रमिकों के लिए कोई कल्याणकारी और हितकारी नीति नही बनाई गई है।
अनिल भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अपने को किसानों का हितेषी बताते है, जबकि सबसे पहले 23 नवम्बर, 2020 को ही उन्होंने तीन कृषि कानूनों को लागू करने के लिए अधिसूचना जारी की थी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली में किसानों को मुफ्त बिजली क्यों नही दी, पंजाब में जाकर बड़ी-बड़ी बातें करते है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसानों को बिजली कनैक्शन ही नही दिए जा रहे है और जो कनैक्शन कांग्रेस शासन काल के दौरान दिए गए उन पर किसानों को केजरीवाल सरकार कोई रियायत नही दे रही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सिर्फ झूठ बोलते है और झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रहे है।
किसान नेता पूर्व विधायक विजय लोचव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कृषि कानूनों के वापस लेने की मांग को लेकर आंदोलन करने वालें भारतवर्ष के किसानों के साथ है और दिल्ली कांग्रेस दिल्ली में दिल्ली के किसानों के हितों के लिए भी लड़ाई लड़ेगी। लोचव ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की किसानों के प्रति संवदेनहीनता इस बात से उजागर होती है कि पिछले 5 वर्षों में किसानां को खेती के लिए न तो बिजली के कनैक्शन एक भी कनैक्शन दिया और न ही बोरिंग की इजाजत दी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की किसानां के लिए बड़ी-बड़ी बाते केवल ड्रामा है, क्योकि दिल्ली में जब किसानों को पानी ही नही मिलेगा, तो खेती कैसे होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी मांग करती है एमएसपी योजना लागू होनी चाहिए और कृषि कानून के तहत कांट्रेक्ट फार्मिंग लागू होने के बाद किसान बर्बाद हो जाएगा।
अनिल भारद्वाज ने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री का संसदीय पटल पर यह बयान कि कोविड-19 महामारी के दौरान पूरे देश में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नही हुई, मोदी सरकार के डिजीटल इंडिया अभियान को दरकिनार करके दिया गया है, क्योंकि डिजीटल एविडेन्स के द्वारा दिल्ली सहित पूरे देश में ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग अपने परिजनों की जान की रक्षा के लिए तड़पते-बिलखते हुए कष्ट में मदद की गुहार लगा रहे थे और दिल्ली के बड़े-बड़े अस्पतालां द्वारा आक्सीजन की कमी के कारण हुई मौतों की स्पष्ट जानकारी दी थी।
अनिल भारद्वाज ने कहा कि सभी राज्यां सहित दिल्ली सरकार की रिपोर्ट के अनुसार की ऑक्सीजन की कमी से एक भी कोविड मरीज की मौत नही हुई, अरविन्द केजरीवाल के व्यक्तित्व और प्रशासनिक अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लगाता है, क्योंकि उस दौरान दिन प्रतिदिन केजरीवाल ऑक्सीजन की कमी का ठीकरा केन्द्र सरकार के सर पर फोड़ रहे थे। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से जहां दिल्ली में हजारों कोविड मरीजों की मौत हुई दिल्ली के मुख्यमंत्री इस चुप्पी साधे हुए है।
अमृता धवन ने कहा कि दिल्ली के लोगों की भावनाओं से जुड़े मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा दें। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान मौत का तांडव पूरी दिल्ली ने देखा था जब दिल्ली के श्माशानों और कब्रिस्तानों में लोगों के अंतिम संस्कार करने के लिए लाईने लग रही थी। मोदी और केजरीवाल दोनो देश और दिल्ली की जनता की लुभावने भाषण के द्वारा केवल गुमराह कर रहे है। उन्होंने कहा कि केन्द्र और दिल्ली सरकार झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रहे है और लोगां से जुड़े प्रत्येक मुद्दों पर मोदी और केजरीवाल सरकार के बयानों में विरोधाभास है।