नई दिल्लीः मध्य प्रदेश के आईएएस नियाज़ ख़ान ने लगातार अपने ट्वीटस को लेकर सुर्खियों में हैं। दरअस्ल उन्होंने द कश्मीर फाइल्स फिल्म के निर्माता विवेक अग्निहोत्री का नाम लिये बिना इस फिल्म पर टिप्पणी की थी। जिसके बाद से वो लगातार ट्रोल गैंग के निशाने पर आ गए हैं। अब नियाज़ ख़ान ने एक ट्वीट कर कहा है कि मुझे गाली देने में अपना समय नष्ट न करें।
क्या था मामला
दरअस्ल नियाज़ ख़ान ने ट्वीट किया था कि “कश्मीर फाइल कश्मीरी पंडितों का दर्द दिखाती है। उन्हें पूरे सम्मान के साथ कश्मीर में सुरक्षित रहने की इजाज़त दी जानी चाहिए। फिल्म निर्माता को कई राज्यों में बड़ी संख्या में मुसलमानों की हत्याओं को दिखाने के लिए एक फिल्म भी बनानी चाहिए। मुसलमान कीड़े नहीं बल्कि इंसान और देश के नागरिक हैं।”
इस ट्वीट के बाद नियाज़ ख़ान ट्रोल गैंग के निशाने पर आ गए। जिसके बाद उन्होंने एक अन्य ट्वीट कर कहा कि समाज का एक हिंसक तबका है जिसने सच सुनने के लिए अपने कान बंद कर लिए हैं। तथाकथित पढ़े-लिखे लोग भी सच बोलने वाले को गाली देने के लिए गली के स्तर की भाषा का इस्तेमाल करते हैं। खराब परवरिश और कट्टरपंथियों की कंपनी ने उनका दिमाग खा लिया है। गंदी भाषा का प्रयोग उनके दिमाग को दिखाता है।
अब क्या बोले
नियाज़ ख़ान ने ट्रोल गैंग को निशाने पर लेते हुए कहा कि सोशल मीडिया के जरिए मुझ पर कट्टरवादी तत्वों का जोरदार हमला हो रहा है, लेकिन मैं इतना व्यस्त हूं कि एक भी गली पढ़ने को समय नहीं है। माफ़ करना! मुझे गाली देने में अपना समय बर्बाद मत करो।
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि अगर आप सच बोलते हैं तो कट्टरपंथी आप पर हमला करना शुरू कर देते हैं। सोशल मीडिया मेरे खिलाफ गालियों (गली) से भरा है। ऐसे नफरत करने वालों की भाषा केवल उनकी निम्न गुणवत्ता वाली शिक्षा को दर्शाएगी। शिक्षित लोग सभ्य भाषा का बड़े तरीके से उपयोग करते हैं। लेकिन आधुनिक शिक्षा सभ्य नागरिक बनाने में विफल रही।