नई दिल्लीः कठुआ मामले में आसिफा की वकील रहीं दीपिका सिंह राजावत को लगातार धमकियां मिल रहीं हैं। दीपिका पर आरोप है कि उन्होंने हिंदुओं की भावनाओं का मज़ाक उड़ाया है। इसी क्रम में बीत रात भारी संख्या में भीड़ उनके जम्मू स्थित आवास के सामने इकट्ठा होकर उनके ख़िलाफ नारेबाज़ी करती रही, दीपिका ने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया है।
बता दें कि दीपिका ने 19 अक्टूबर को एक कार्टून ट्वीट किया था, जिसमें एक व्यक्ति को नियमित दिनों के दौरान एक महिला के दोनों पैर पकड़े हुए दिखाया गया था और उसी व्यक्ति ने नवरात्रि के दौरान देवता के पैर छूए हुए हैं, अर्थात वह उसकी पूजा कर रहा है। इस कार्टून को पोस्ट करने के बाद हिंदुवादी संगठनों के लोगों ने उनके ख़िलाफ मोर्चा खोल दिया है।
जम्मू-कश्मीर में मंगलवार, 20 अक्टूबर की रात को अधिवक्ता दीपिका सिंह राजावत के घर के बाहर बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और उन्होंने ट्विटर पर एक विवादास्पद कार्टून पोस्ट करने के एक दिन बाद नारे लगाए। दीपिका ने अपने आवास के बाहर दीपिका आपकी कब्र खुदेगी के नारे लगाने वाली भीड़ के वीडियो को फेसबुक और ट्विटर पर भी पोस्ट किया है। उन्होंने ट्वीट किया, “अलर्ट मॉब मेरे घर के बाहर इकट्ठे हुए और मेरे खिलाफ नारे लगाए … मैंने सुरक्षित महसूस नहीं किया। इससे मुझे नुकसान हो सकता है।”
हिंदुवादी संगठनों के लोगों लोगों ने कार्टून पोस्ट करने आरोप में वकील की गिरफ्तारी की मांग की। और ट्विटर पर #Arrest_Deepika_Rajawat ट्रेंड भी चलाया। दीपिका के खिलाफ ट्रेंड चलाने वालो में न्यूज़ नेशन के एंकर दीपक चोरसिया भी शामिल रहे। उन्होंने भी इस टैग पर ट्वीट करते हुए लिखा कि “कठुआ रेप केस की वकील रहीं दीपिका राजावत पर देवी-देवताओं के अपमान का आरोप लगा है. इनका सारा सेकुलरिज्म सिर्फ हिन्दू त्यौहारों पर ही नजर आता है, बाकी समय ग़ायब हो जाती हैं। यह वही महिला है जिसने #कठुआ के झूठे मामले में #Hindu को बदनाम किया था. #Arrest_Deepika_Rajawat”
जानकारी के लिये बता दें कि दीपिका राजावत 2018 में कठुआ बलात्कार मामले को उठाने के दौरान प्रकाश में आईं थीं। दरअस्ल जम्मू और कश्मीर में कठुआ जिले के रसाना गांव में एक आठ वर्षीय बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। दीपिका इस मामले में पीड़ित परिवार की वकील थीं, उन्हें उस दौरान भी पीड़ित परिवार का प्रतिनिधित्व करने के लिए धमकियां मिली थीं जिसके बाद उन्होंने सुरक्षा मांगी थी।