CAA की दूसरी बरसी पर असम में प्रदर्शन, आंदोलनकारियों ने CAA को काला क़ानून बता मनाया काला दिवस

गुवाहाटी: साल 2019 में केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ नॉर्थ ईस्ट में विरोध प्रदर्शन फिर से शुरू हो गया है। यह प्रदर्शन शनिवार को नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (NESO) ने कानून के दो साल पूरे होने पर गुवाहाटी में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया, कानून के दो साल पूरे होने को काला दिवस के रूप में मनाया गया।

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जानकारी के लिये बता दें कि संसद के दोनों सदनों से नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद से देश भर में इसके खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुआ था खासकर पूर्वोत्तर राज्यों में इसके खिलाफ जबरदस्त गुस्सा देखा गया था। असम में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में कम से कम पांच लोग मारे गएथे।

शनिवार को राज्य में छात्र समूहों से मिलकर नॉर्थ ईस्ट छात्र संगठन ने विरोध के दौरान महत्वपूर्ण स्थानों पर काले झंडे लहराए और कानून के खिलाफ बैनर भी लगाए। संगठन ने लोगों से सीएए के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखने की अपील की है। समूह ने एक बयान में कहा कि देश भर के विरोध के बावजूद दिसंबर में संसद द्वारा कानून पारित किया गया था।

एक बयान में, संगठन ने सरकार को यह संदेश भी भेजा कि पूर्वोत्तर के लोग कानून के खिलाफ हैं। लोगों ने अवैध रूप से अधिनियमित नागरिकता संशोधन अधिनियम की निंदा करते हुए बैनर और काले झंडों के साथ विरोध किया। भट्टाचार्य ने कहा कि एनईएसओ से सहानुभूति रखने वाले ऑल असम स्टूडेंट यूनियन ने भी कानून को निरस्त करने की मांग को लेकर राज्य के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किया गया है।