नई दिल्लीः इन दिनों मुस्लिम उम्माह के नवनिर्मित मदरसों में आधुनिक विज्ञान का परिचय देना आवश्यक है ताकि वे परिस्थितियों के अनुसार समस्याओं से निपट सकें। इसी उद्देश्य से जमीयत उलेमा-ए-हिंद के नेतृत्व में जमीयत ओपन स्कूल और मिल्लत फंड के एक प्रतिनिधिमंडल ने मेवात के घसीरा का दौरा किया। बता दें कि यह इलाक़ा मुस्लिम आबादी वाला है।
बीते शनिवार को जमीयत उलमा-ए-हिंद के जनरल सेक्रट्री मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने मेवात का दौरा किया, और एक मदरसे में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यह कार्यक्रम जमीयत उलेमा-ए-हिंद के तत्वावधान में आयोजित किया गया था। उन्होंने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के जमीयत ओपन स्कूल और मिल्लत फंड के उद्देश्यों के बारे में बताया।
जानकारी के लिये बता दें कि जमीयत उलमा-ए-हिंद द्वारा मदरसों को आधुनिक बनाने के लिये जमीयत ओपन प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है, जिसके तहत मदरसो में पारंपरिक धार्मिक शिक्षा के अलावा, अंग्रेज़ी एंव विज्ञान की शिक्षा से जोड़ा जा रहा है। जमीयत उलमा-ए-हिंद द्वारा यह कार्यक्रम क़रीब दो साल पहले शुरू किया गया था। इसके तहत देशभर के सैंकड़ों मदरसों को इस अभियान से जोड़ा गया है।