नई दिल्लीः जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना सैयद महमूद मदनी के आदेश पर जमीयत उलमा-ए-कर्नाटक के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती इफ्तिखार अहमद कासमी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मंड्या जिले पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल तफीमुल्लाह मारूफ, जवान बदर, साजिद अख्तर आदि मौजूद थे। इस प्रतिनिधिमंडल द्वारा जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष हजरत मौलाना महमूद मदनी के आदेश पर पांच लाख रुपये की राशि हिजाबी छात्रा बीबी मुस्कार को पांच लाख रुपये का चेक दिया।
बीबी मिस्कन ने चेक प्राप्त करने के बाद मौलाना महमूद मदनी को धन्यवाद कहा। इस दौरान जमीयत उलमा-ए-हिंद के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि हम आशा करते हैं कि बीबी मुस्कान सी प्रकार निडर होकर अपनी आस्था और धर्म की रक्षा के साथ अपनी शिक्षा पूरी करेगी और ईश्वर की इच्छा से समाज का नाम रोशन करेगी।
क्या था मामला
दरअस्ल मंगलवार को कर्नाटक के मंड्या के PES कॉलेज में हिंदुत्तवादी संगठनों से जुड़े ‘छात्रों’ का एक झुंड हिजाब के विरोध में भगवा पटका पहनकर प्रदर्शन कर रहा था, इसी दौरान बीबी मुस्कान बुर्का पहनकर कॉलेज पहुंची, वह अपनी स्कूटी पार्किंग में लगाकर क्लासरूम की तरफ बढ़ ही रही थी कि उसे भगवाधारी झुंड ने घेर लिया और उसके सामने नारेबाजी करने लगे, इसके जवाब में उस छात्रा ने अल्लाह हु अकबर का नारा लगाया। इसी दौरान वहां मौजूद कॉलेज के शिक्षक पहुंचे और वे मुस्कान को अपने साथ ले गए।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हुआ, जिसके बाद विपक्षी दलों ने राज्य की भाजपा सरकार पर सवाल दाग़े। इस घटना के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस बोम्मई ने राज्य के स्कूल कॉलेज को तीन दिन तक बंद करने का आदेश दिया था। बता दें कि कर्नाटक में बीते एक महीने से भी अधिक समय से हिजाब को लेकर विवाद हो रहा है।