दारूल उलूम के चांसलर मुफ्ति अबुल कासिम नोमानी कीअपील “दारूल उलूम देवबंद में आने में परहेज करें राजनेता”

सेकुलर दलों के नेताओं के देवबंद स्थित विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्था दारूल उलूम देवबंद में किसी न किसी बहाने आने के इरादो को दारूल उलूम ने बडा झटका देते हुए चुनावों के दौरान उनके यहां आने पर रोक लगा दी है।

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दारूल उलूम देवबंद के चांसलर मुफ्ति अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि यह संस्था शिक्षा का केंद्र है। पूर्व में अनेक राजनीतिक दलों के नेता चुनावी लाभ के लिए यहां किसी न किसी बहाने आते रहे है। संस्था के जिम्मेदारान की यह सोच है कि कोई भी जाने-अनजाने इस संस्था का सियासी कारणों से लाभ न उठा पाए।

मुफ्ती नोमानी ने कहा “सियासतदानो के अलावा कोई भी व्यक्ति इस संस्था में किसी भी वक्त आ-जा सकता है। सभी का स्वागत है लेकिन हमारी कोशिश यह है कि चुनावों के दौरान राजनीतिज्ञों को यहां आने से परहेज करे और उनके इस निर्देश का पालन करे। चुनावों के बाद राजनीतिक दलों के लोगों को पूर्व की तरह संस्था में पूरा मान-सम्मान मिलेगा। दारूल उलूम चुनावों में कभी भी किसी दल के पक्ष में या विरोध में कोई फतवा या अपील जारी नहीं करता है। इस संस्था की यह परंपरा रही है कि देश-प्रदेश में कही भी दंगा-फसाद होने की हालत में भी यह संस्था कोई भूमिका अदा नहीं करती है।”

पिछले कुछ सालों से संस्था ने चुनावों के दौरान अपने दरवाजे राजनीतिक दलों के नेताओं के लिए पूरी तरह से बंद रखे है।

योगी देवबंद में करेंगे एटीएस कमांडो सेंटर का शिलान्यास

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10 नवंबर को देबवंद में सहारनपुर-मुजफ्फरनगर स्टेट हाईवे पर स्थित सिल्वर पैराडाइज पर जनसभा को संबोधित करेंगे और सभास्थल से ही देवबंद के रेलवे रोड स्थित राजकीय पायलट वर्कशाप के दो हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बनाए जाने वाले एटीएस कमांडो सैंटर का शिलान्यास करेंगे।

देवबंद नगर की संवेदनशीलता को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के अभूतपूर्व प्रबंध किए जाएंगे। योगी आदित्यनाथ पहली बार दारूल उलूम देवबंद की जमीन पर कदम रखेंगे। योगी आदित्यनाथ अनेक बार सहारनपुर जिले में आ चुके है। योगी आदित्यनाथ की मां शांकुबरी देवी शक्तिपीठ में गहरी आस्था है। लोकसभा चुनाव 2019 का आगाज उन्होंने शाकुंबर देवी स्थित देवी के दर्शन और पूजा-अर्चना करने के बाद किया था। देवबंद में देवीकुंड के विशाल सरोवर के किनारे मां श्री त्रिपुर बाला सुंदरी का ऐतिहासिक एवं प्राचीन मंदिर है। महाभारतकालीन इस मंदिर का अतीत मे जीणोद्धार मराठा राजाओं द्वारा किया गया था। इस मंदिर की विशेषता यह है कि छुआछूत के जमाने में भी चमारो को इस मंदिर में प्रवेश और पूजा का अधिकार और सम्मान प्राप्त था।

राजपूतों के सबसे बडे गांव के प्रमुख भाजपा किसान नेता ठाकुर अनिल सिंह पुंडीर एवं अन्य प्रमुख भाजपा नेताओं सहकारी बैंक के डिस्ट्रिक चेयरमैन राजपाल चैधरी, वरिष्ठ भाजपा नेता विनोद कुमार गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष डा. महेंद्र सैनी समेत देवबंद के हिंदुओं की इच्छा और आकांक्षा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देवबंद आगमन के अवसर पर मां त्रिपुर बाला सुंदरी देवी का आशीर्वाद भी ग्रहण करे और उनके नाम पर देवबंद में किसी नए संस्थान की घोषणा करे।

देवबंद विधानसभा क्षेत्र को लोग आज भी ठाकुर फूल सिंह के नाम से याद करते है। जिन्होंने अपने मंत्री काल में देवबंद क्षेत्र को अनेक उपलब्धियों से नवाजा लेकिन दुख की बात यह है कि पश्मिची उत्तर प्रदेश में राजपूत बहुल इस देवबंद क्षेत्र को बाद के जनप्रतिनिधियों ने भुला दिया। वे मात्र विधायक रहे लेकिन किसी ने भी ठाकुर फूल सिंह का अनुसरण नहीं किया। देवबंद क्षेत्रवासी प्रदेश के सबसे बडे मुखिया से यह भी अपेक्षा रखते है कि वे इस बार इस क्षेत्र को ऐसा विधायक देने का काम करे जो ठाकुर फूल सिंह की तरह देवबंद को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उसकी प्रसिद्धि के अनुसार उसका विकास करा सके।