मरणोपरांत ‘जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर’ आवार्ड से नवाज़े गए दानिश सिद्दीक़ी

मुंबई: अफगानिस्तान में काम करते समय जान गंवाने वाले फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी को मुंबई प्रेस क्लब ने मरणोपरांत ‘जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर’ पुरस्कार -2020 से सम्मानित किया है। भारत के प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण ने बुधवार को मुंबई प्रेस क्लब की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वार्षिक ‘पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए रेडइंक पुरस्कार’ प्रदान किये।

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उन्होंने सिद्दीकी को ‘खोजी और प्रभावशाली समाचार फोटोग्राफी में उनके काम के लिए’ प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया। दानिश की पत्नी फ्रेडरिक सिद्दीकी ने पुरस्कार ग्रहण किया। प्रधान न्यायाधीश ने पत्रकार को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा, ‘उन्हें इस कालखंड के अग्रणी फोटो पत्रकारों में से एक माना जाता था। अगर एक तस्वीर एक हजार शब्दों को बयां कर सकती है, तो उनकी तस्वीरें उपन्यास थीं।’

वरिष्ठ पत्रकार प्रेम शंकर झा (83) को ‘उनके तीक्ष्ण और विश्लेषणात्मक लेखन के लंबे व विशिष्ट करियर के लिए’ लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। प्रधान न्यायाधीश ने झा को बधाई देते हुए कहा, ‘कड़ी मेहनत, उच्चतम नैतिक मानकों और जबरदस्त बौद्धिकता के मामले में उनकी प्रतिष्ठा इस क्षेत्र में अद्वितीय है।’

मुंबई प्रेस क्लब ने एक दशक पहले अच्छे खोजी और फीचर लेखन को मान्यता देने और देश में पत्रकारिता के स्तर को ऊपर उठाने के लिए ‘द रेडइंक अवार्ड्स’ की शुरुआत की थी। पुरस्कारों के 10वें संस्करण के तहत सिद्दीकी और झा के अलावा, 12 श्रेणियों में कई अन्य पत्रकारों को सम्मानित किया गया।