बहुजन समाज पार्टी के लोकसभा सांसद कुँवर दानिश अली ने शून्यकाल काल के दौरान जनहित से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाये। उन्होंने सरकार से नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) जैसे काले कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए सीएए विरोधी आंदोलन करने के ‘जुर्म’ दौरान UAPA लगाकर जेलों में बंद किये गए छात्र और आन्दोलनकारियों को जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की।
उन्होंने संसद में कहा कि पिछले दिनों सरकार ने किसानों के खिलाफ जो तीन काले कृषि कानून थे उनको वापस लिया है और देशभर में शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे लोगों के ख़िलाफ़ किये गये झूठे मुकदमें भी सरकार ने लिखित में वापस लेने को कहा है।
उत्तर प्रदेश की अमरोहा लोकसभा सीट से सांसद कुंवर दानिश अली ने कहा कि CAA का जो कानून सरकार लेकर आई उसके खिलाफ देशभर में शांतिपूर्वक आंदोलन चले जामिया मिलिया इस्लामिया से लेकर जेएनयू और खासतौर पर शाहीनबाग में उन बुजुर्ग महिलाओं ने जो अहिंसक आंदोलन चलाया, उन लोगों को दोबारा आंदोलन के लिए सड़कों पर निकलने को मजबूर न करें, इस कानून को भी वापस लें। दानिश ने मांग की कि UAPA और झूठे मुकदमें लगा कर जेलों में बंद लोगों खासतौर से स्टूडेंट है उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए।
जामा मस्जिद का मुद्दा
प्रश्नकाल के दौरान दानिश अली ने दिल्ली की शाही जमा मस्जिद जहाँ देश एवं दुनिया से पर्यटक आते हैं उसके रख रखाव एवं सौंदर्यकरण के सम्बंध में प्रश्न पूछे एवं अपने लोक सभा अमरोहा में स्थित सैयद शरफुद्दीन शाह विलायत की दरगाह एवं श्री वासुदेव तीर्थ स्थल को स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत शामिल कर उसके सौंदर्यकरण एवं रख रखाव तथा उसे पर्यटन स्थल बनाने के लिए पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी से माँग की। साथ ही गढ़मुक्तेश्वर-तिगरी धाम को पर्यटन मानचित्र पर लाने एवं इसे आध्यात्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने तथा वहां नौका विहार की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की।