दानिश अली ने संसद में उठाया BSNL का मुद्दा, पैसा सरकार का लगे और किसी अडानी अंबानी को फिर सौंप दे!

नई दिल्लीः सांसद कुँवर दानिश अली ने भारत सरकार के संचार तथा इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से एक के बाद एक कई सवाल पूछे। दानिश अली ने सवाल किया कि क्या भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) और महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) को वर्ष 2009-10 से लगातार हानि हो रही है और यदि हां, तो वित्तसंबंधी ब्यौरा क्या है। बसपा सांसद ने लोकसभा में सवाल किया कि दोनों सरकारी क्षेत्र के उपक्रमों को आज तक हुई संचयी हानि अलग-अलग कितनी है? और सरकार द्वारा बीएसएनएल और एमटीएनएल के पुनरुद्धार के लिए क्या कदम उठाए गए हैं। उठाए जाने का प्रस्ताव है?

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क्या मिला जवाब

दानिश अली द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब संचार तथा इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने निम्नलिखित उत्तर सभा पटल पर रखा।

वित्त वर्ष 2009-10 से 2020-21 के लिए बीएसएनएल और एमटीएनएल के वार्षिक लाभ/हानि का विवरण इस प्रकार है:

वित्त वर्ष लाभ / (हानि) करोड़ रुपये में

         बीएसएनएल     एमटीएनएल

2009-10      (-)1823        (-)2611

2010-11       (-)6384       (-)2802

2011-12       (-)8851        (-)4110

2012-13       (-)7884       (-)5321

2013-14       (-)7019       7825

2014-15       (-)8234       (-)2893

2015-16       (-)4875       (-)2006

2016-17       (-)4793       (-)2971

2017-18       (-)7993       (-)2971

2018-19       (-)14904      (-)3398

2019-20      (-)15500      (-)3811

2020-21       (-)7441        (-)2454

वर्ष 2020-21 तक बीएसएनएल और एमटीएनएल की संचयी हानि क्रमशः 95,701 करोड़ रुपये और 35,348 करोड़ रुपये हैं।

सरकार ने दिनांक 23.10.2019 को बीएसएनएल और एमटीएनएल को सुदृढ़ करने के लिए पुनरुद्धार योजना अनुमोदित की है। इस पुनरुद्धार योजना में अन्य बातों के साथ-साथ, 50 वर्ष और इससे अधिक आयु के कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति स्कीम (वीआरएस) की पेशकश करके कर्मचारी लागत को कम करने, बजटीय आवंटन के माध्यम से वित्तपोषण करके 4जी सेवाएं प्रदान करने हेतु स्पेक्ट्रम का प्रशासनिक रूप से आवंटन करने, ऋण को चुकाने, पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) तथा अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु संसाधन जुटाने के लिए कोर और गैर-कोर परिसंपत्तियों का मुद्रीकरण करने और सरकारी गारंटी बांड जुटाकर ऋण का पुनर्गठन करने और बीएसएनएल तथा एमटीएनएल के विलय के लिए सैद्धांतिक अनुमोदन देने जैसे उपाय शामिल हैं। इन उपायों के परिणामस्वरूप वर्ष 2020-21 में बीएसएनएल और एमटीएनएल ईबीआईडीटीए पॉज़िटिव (प्रचालन लाभ) हो गए हैं।

चलता रहा सवाल जवाब का सिलसिला

आगे संसद में जब सवाल जवाब का सिल-सिला शुरू हुआ तो कुंवर दानिश अली ने कहा के मैंने बीएसएनल के सन्दर्भ में सवाल किया था। माननीय मंत्री जी से जिसका जवाब आया है, हम गर्व करते थे बीएसएनल पर, लेकिन आज ऐसा हो गया है कि बीएसएनएल का मतलब भाई साहब नहीं लगेगा।

दानिश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लाल किले से कहा था कि 600000 गांव में ऑप्टिकल फाइबर बिछाया जाएगा और गांव को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा लेकिन आज स्थिति जो है बहुत खराब है हम भी दिशा की बैठक में रिव्यू करते हैं तो पता चलता है कि अधिकतर गांव में अभी तक इंटरनेट नहीं पहुंचा है। मैं माननीय मंत्री जी से पूछना चाहूंगा क्या सरकार सरकार बीएसएनएल के संपत्ति का कोई मूल्यांकन किया है? क्या बीबीएनएल ने जो ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम किया है कितने पर्सेंट हो गया है?

बसपा सांसद ने सरकार के मंशा पर सवाल उठाते हए पूछा कि एक प्रक्रिया में जो प्राइवेट प्लेयर्स को ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम दिया गया है या देने की क्या बात है, क्या ऐसा कुछ लगभग 30000 करोड का टेंडर आप निकाल रहे हैं? जिसके जवाब में मंत्री जी ने कहा कि बीएसएनएल और एमटीएनएल एक फायदा पहुचानेवाली कंपनी थी 2004 में जब एनडीए सरकार यूपीए सरकार को यह दोनों कंपनी सौंपी उसके बाद यह दोनों कंपनी क्यों ऐसी स्थिति में आई है जो आज विपक्ष में बैठे हैं उनको इसका जवाब देना चाहिए, कांग्रेस सरकार 7 साल पहले जिस स्थिति में  विपक्ष ने  बीएसएनएल को छोड़ कर गए थे उस स्थिति से आज बीएसएनएल बहुत बहुत अच्छे स्थिति में है। पहली बार कई बर्षो के बाद में बीएसएनएल ने परिचालन लाभ बनाया है। 2019 में जो पुनरुद्धार पैकेज दिया उस के कारण आज दोनों कंपनियां स्थिर हो गई है और मैं हर्ष के साथ कहना चाहता हूं माननीय प्रधानमंत्री जी ने इस बजट में बीएसएनएल एमटीएनएल के आगे के विकास के लिए 44720 करोड़ का आवंटन क्या है।

सरकार की नीयत पर सवाल

कुँवर दानिश अली ने सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए अगला सवाल पूछा के क्या यह जो 44720 करोड़ रुपया आवंटित हुआ है कि कहीं बीएसएनल की विकास के बाद प्राइवेट प्लेयर्स को तो नहीं सौंप देंगे जैसे एयर इंडिया को सौंप दिया है, पैसा सरकार का लगे और किसी अडानी अंबानी को फिर सौंप दें?

जिस पर संबंधित मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि 2019 में जो बीएसएनएल का जब पुनरुद्धार पैकेज दिया गया था उस समय  पूँजी निवेश बहुत सारे जरूरत थी थी देशभर में नेटवर्क मजबूत करने के लिए लगातार निवेश करना पड़ता है अभी जो 44720 आवंटन किया गया है इसका भी प्राथमिकता बीएसएनएल के और पुनरुद्धार के लिए और पूँजी निवेश के लिए और 4G भारत बना हुआ पहली बार यह पूर्ण कोर नेटवर्क बना है पूर्ण रेडियो नेटवर्क बना है दुनिया देख रही है कि भारत ने 4G, 5G बना लिया है भारत के अभियांत्रिकी प्रतिभा कितनी है और दुनिया भर में इसकी प्रसिद्धि हो रही है और उसी रास्ते बीएसएनएल बहुत अच्छे से आगे बढेगा जब पहले की सरकार इसे छोड़ कर गए थे तब 7 या 7:30 प्रतिशत शेयर मार्किट रह गया था अब लगभग 10 प्रतिशत हो गया है।