खरगोन में कर्फ्यू, छह पुलिसकर्मियों समेत 24 घायल, 78 गिरफ्तार

खरगोन/बड़वानी: मध्यप्रदेश के खरगोन जिला मुख्यालय पर रात में फिर से हिंसा भड़क जाने के बाद आज पूरे शहर में कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है। खरगोन जिला मुख्यालय पर रामनवमी के जुलूस पर हुए पथराव को लेकर हुई हिंसा में पुलिस अधीक्षक भी गोली लगने से घायल हुए हैं।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

खरगोन की कलेक्टर अनुग्रह पी ने बताया कि कल शाम और उसके बाद देर रात्रि की आगजनी और पथराव घटना के उपरांत पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। आज खरगोन को बंद रखा गया है और कक्षा 8 स्नातक और स्नातकोत्तर परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि हिंसा की घटनाओं में 20 से अधिक मकान और आधा दर्जन से अधिक वाहन भी जला दिए गए। पुलिस ने सैकड़ों नामजद लोगों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर अभी तक 78 दंगाइयों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि शेष दंगाइयों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध भी कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।

उन्होंने बताया कि कल सायं जुलूस अपने निर्धारित मार्ग से जा रहा था और मात्र 50 मीटर के बाद उस पर पथराव शुरू हुआ और खरगोन के कई इलाकों में हिंसा फैल गई। कलेक्टर के अनुसार यह पता लगाया जा रहा है कि घटना क्यों शुरू हुई। उन्होंने कहा कि प्रत्येक धार्मिक जुलूस निकालने के दौरान सीमित संख्या में डीजे की अनुमति प्रदान की जाती रही है।

देर रात इंदौर संभाग आयुक्त पवन शर्मा के साथ खरगोन पहुंचे इंदौर जोन के पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता ने बताया कि खरगोन के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी के बाएं पैर में दंगाइयों द्वारा दागी गई गोली लगी है। वह फिलहाल निजी अस्पताल में उपचाररत हैं और खतरे से बाहर है। छह पुलिसकर्मियों समेत 24 लोगों के घायल होने की बात सामने आई है।

खरगोन के डीआईजी तिलक सिंह ने नागरिकों से कहा है कि वे पुलिस तथा प्रशासन को सहयोग कर अपना काम करने दें, ताकि वह शीघ्रता से कार्रवाई कर सकें। उन्होंने कहा कि खरगोन में रैपिड एक्शन फोर्स और अन्य अतिरिक्त पुलिस बल बुला लिया गया है।

खरगोन में कल तालाब चौक से जुलूस के निकलने के दौरान पथराव के बाद खरगोन जिला मुख्यालय के कई स्थानों पर हिंसा भड़क गई थी और आगजनी और पथराव की घटनाओं के चलते हालात बेकाबू हो गए थे। कुछ इलाकों से लोग भागकर अन्य स्थानों पर भी पहुंचे थे।

उधर बड़वानी जिले के सेंधवा में जुलूस में शामिल होने जा रहे लोगों पर पथराव के बाद विभिन्न स्थानों पर हिंसा भड़कने के मामले में दो पुलिसकर्मियों समेत आठ लोगों के घायल होने की सूचना है। जिला कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने बताया कि पथराव की घटना के बाद तीन स्थलों में हुई तोड़फोड़ की मरम्मत करा दी गई है और स्थिति को कल शाम को ही काबू में कर लिया गया था। उन्होंने बताया कि सेंधवा में जुलूस रात के 1:00 बजे तक शांतिपूर्ण तरीके से निकाला गया। उन्होंने कहा कि संबंधित पक्षों के साथ रात को बैठक भी हुई और शांति बनाए रखने की अपील की गई। उन्होंने कहा दंगाइयों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई संपादित की जा रही है जिसमें उनके मकान गिराए जाने संबंधी कार्यवाही भी सम्मिलित है।

बड़वानी के पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने कहा कि फिलहाल कल की हिंसा की घटनाओं को लेकर पांच प्रकरण दर्ज किए गए हैं और दंगाइयों को चिन्हित कर उनकी धरपकड़ जारी है। उन्होंने बताया कि डीजे साउंड सिस्टम के साथ जोगवाड़ा रोड स्थित धार्मिक स्थल के सामने से जुलूस में शामिल होने जा रहे लोगों के एकत्रित हो जाने के उपरांत पथराव आरंभ हुआ, जो कुछ अन्य इलाकों में फैल गया।

उधर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हिंसा की घटनाओं पर कठोर कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने भोपाल में एक महत्वपूर्ण बैठक में स्थिति की समीक्षा के बाद कहा कि रामनवमी अभूतपूर्व उत्साह से मनाई गई किंतु खरगोन में दुर्भाग्य जनक घटना हुई। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक व निजी संपत्ति के नुकसान की वसूली भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह का दंड दिया जाएगा जो उदाहरण बन जाएगा।