नई दिल्लीः फलस्तीन में जारी हिंसा की मार्कसवादी कम्यूनिस्ट पार्टी ने निंदा करते हुए इजरायल पर निशाना साधा है। माकपा पोलित ब्यूरो ने एक बयान जारी कहा है कि माकपा पोलित ब्यूरो फिलिस्तीनियों पर इजरायली हमलों की निंदा करता है। माकपा ने कहा कि गाजा पट्टी पर इजरायल द्वारा किए गए हवाई हमले कई फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत का कारण बने हैं।
माकपा पोलित ब्यूरो ने कहा कि इजरायल फिलिस्तीनियों पर हमला करके पूर्वी यरुशलम पर पूर्ण कब्जे की ओर बढ़ रहा है। इस बयान में मस्जिद अल अक़्सा का ज़िक्र करते हुए कहा गया है कि इज़राइली सेना ने मुसलमानों के लिए तीसरा सबसे पवित्र मंदिर अल-अक्सा मस्जिद परिसर में छापा मारा और रमजान के महीने के दौरान मस्जिद में प्रार्थना करने वाले सैकड़ों लोगों को घायल कर दिया।
पोलित ब्यूरो ने कहा कि नेतन्याहू, जो बार-बार इजरायल चुनावों में बहुमत हासिल करने में विफल रहे थे, ने इन हमलों को क्षुद्र राजनीतिक लाभ के लिए शुरू किया और लोगों को कोविड महामारी से बचाने के लिए सरकार की विफलता ढ़कने का काम किया है। माकपा ने कहा कि इज़राइल में रहने वाले फिलिस्तीनियों को भी टीकाकरण से भेदभाव किया जाता है, जो इज़राइल द्वारा की गई रंगभेद नीतियों को दर्शाता है।
इजरायल की ये हरकतें मानवाधिकारों और संयुक्त राष्ट्र द्वारा पारित विभिन्न प्रस्तावों के घोर उल्लंघन हैं। माकपा इन कृत्यों की निंदा करती है और भारत सरकार से आह्वान करती है कि वह फिलिस्तीन के लोगों को अपना समर्थन दें। बता दें कि फलस्तीन में कई रोज़ से हिंसक झड़प जारी हैं। इस हिंसा में दो इजरायली भी मारे गए हैं, जबकि दो दर्जन से अधिक निहत्थे फिलिस्तीनियों को इजराइली सेना द्वारा मारा गया है। वहीं सैंकड़ों की संख्या में फिलिस्तीनी घायल हैं।