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कांग्रेस का आरोप ‘केजरीवाल के शासन में गंदा पानी पीकर दिल्ली की जनता बीमार’

नई दिल्लीः दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि स्वच्छ पानी जन-जन का अधिकार है, दिल्ली को प्रदूषित नही स्वच्छ पानी दें केजरीवाल सरकार। प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में चौधरी अनिल कुमार ने पानी की सच्चाई पर एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल मुफ्त पानी के नाम पर गंदा पानी लोगों के घरों तक पहुचा रहे है जिसके कारण लोगों को भयंकर बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि गर्मी के समय में पानी की पर्याप्त उपलब्धता कराने की बजाय अरविन्द केजरीवाल ने प्रशासनिक कुप्रबंधन के चलते दिल्ली जल बोर्ड की स्थिति बद से बदतर कर दी है। संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मंत्री डा0 नरेन्द्र नाथ और पूर्व विधायक एवं दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष चौधरी मतीन अहमद भी मौजूद थे।  रिपोर्ट की कॉपी संलग्न भेजी जा रही है।

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चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली में गंदे पानी की सप्लाई की कहानी की रिपोर्ट दिल्ली के 10 अस्पतालों में बढ़ते लीवर, किडनी, गेस्ट्रो बीमारी के 4.91 पंजीकृत मरीजों की संख्या बयान कर रही है। उन्होंने कहा कि यह जानकारी वर्ष 2014-2021 जून के दौरान प्राप्त आर.टी.आई. से प्राप्त हुई और इसी दौरान 19238 लोगों की मौत भी हुई। चौधरी अनिल कुमार ने कहा यह बहुत ही दुखदाई है कि 2014-2019 के बीच गंदे पानी की सप्लाई के कारण जल जनित डायरिया के लगभग 28 लाख, टाईफायड के 3 लाख और कॉलेरा के 21 हजार मरीज सामने आए। चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि 2014 की तुलना में 2019 में लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में लीवर, किडनी, गेस्ट्रो के मरीजों में 71 प्रतिशत की वृद्धि हुई, ऐम्स में 39 प्रतिशत, राम मनोहर लोहिया में 42 प्रतिशत और दिल्ली सरकार के एन.सी. जोशी अस्पताल में 67 प्रतिशत मरीजों की बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि गंदे पानी की सप्लाई से अधिकतर जे.जे. कॉलोनियां, पुर्नवासित कालोनियां और 1600 से अधिक अनाधिकृत कालोनियां प्रभावित हो रही है और अरविन्द केजरीवाल दूसरे राज्यों में आगामी विधानसभाओं में वहां की जनता को मुफ्त पानी, मुफ्त बिजली के नाम पर लूटने की तैयारी कर रहे है।

चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द सरकार की दिल्लीवालों के प्रति संवेदनहीनता और लापरवाही के कारण दिल्ली को जल संकट झेलना पड़ रहा है और कोविड महामारी के आर्थिक संकट में अजीविका चलाने से परेशान लोग बोतलबंद पानी के लिए मजबूर है। दिल्ली जल बोर्ड द्वारा गंदे पानी की सप्लाई के कारण है अधिकांश लोग RO लगा रहे है, जबकि अरविन्द केजरीवाल पानी माफिया के साथ मिलकर दिल्लीवालों को गंदा पानी पिला रहे है। उन्होंने कहा कि गंदे पानी की शिकायतों में कांग्रेस शासन काल की तुलना में 209 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 2020-21 में शिकायतों की संख्या 1.71 लाख है जबकि 2013-14 में शिकायतों की संख्या केवल 55,455 थी।

चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि गंदा पानी की मानकता के लिए WHO अनुसार 5 प्रतिशत से ज्यादा पानी के सैंपल फेल होने पर वह पानी पीने के उपयुक्त नही होगा और सप्लाई को बंद कर दी जाएगी। दिल्ली जल बोर्ड के पास 9 वाटर सैंपल टेस्ट लेब है जहां गंदे पानी की सप्लाई की जा रही उस पर जल बोर्ड सैंपल कलैक्शन में भारी कटौती कर रहा है क्योंकि 2017 में जहां 11860 सैंपल चेक हुए वही 2020 में केवल 1426 रह गए और फेल सैंपल की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2017 में जहां 28 प्रतिशत सैंपल फेल हुए वर्तमान में पानी के फेल सैंपल बढ़कर 47 प्रतिशत हो गए। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के अपने हाउस होल्ड सर्वे के अनुसार दक्षिणी पूर्वी में 38 प्रतिशत नल का जल उपयोग होता है और 43 प्रतिशत लोग बोतल बंद पानी पी रहे है।

चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि 70 साल का गुणगान करने वाले केजरीवाल ने 7 वर्षों में दिल्ली को अस्त व्यस्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि अरविन्द चुनाव से पूर्व कहते थे कि दिल्ली में पर्याप्त मात्रा में पानी है और हम सत्ता में आने पर हर नल में 24 घंटे पानी उपलब्ध कराऐंगे। परंतु आज लगभग हर नल सूखा पड़ा है, पिछले 7 वर्षों में केजरीवाल ने अन्य क्षेत्रों के विभागों की तरह दिल्ली जल बोर्ड को भी बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने झूठ बोलकर जो सपने दिल्ली के लोगों को दिखाए थे, अब पूरे होने की जगह टूटते जा रहे है और दिल्ली की जनता में रोष बढ़ता जा रहा है।