महोबा: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरूवार को साफ किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए उनकी पाटी को किसी से भी समझौता करने में कोई गुरेज नहीं है हालांकि एआईएमआईएम से दूरी रखने की बात भी उन्होंने स्पष्ट की।
बुंदेलखंड में तीन दिन के चुनावी अभियान पर निकले सपा सुप्रीमो ने आज ललितपुर के लिए रवाना होने से पहले पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि भाजपा को टक्कर देने के लिए समाजवादी पार्टी द्वारा समान विचारधारा वाले विभिन्न दलों से गठबंधन करके एक बड़ा मोर्चा तैयार किया जा रहा है, जिसमे अधिकांश दलों की भागीदारी हो चुकी है।चाचा शिवपाल यादव की पार्टी समेत बचे हुए अन्य दलों को भी जल्द साथ लेकर इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा।उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संयुक्त मोर्चे से असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को दूर रखा गया है। समाजवादी पार्टी ने उससे किसी प्रकार का मेल नही करने का फैसला लिया है।
सपा सुप्रीमो ने बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को तय किये जाने का कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। प्रत्याशियों पर राय लेने के लिए पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों व विधानसभा अध्यक्षों की बैठक अगले सप्ताह बुलाई गई है। सपा का टिकिट जनता से जुड़ाव रखने वाले जुझारू व संघर्षशील व्यक्ति को ही दिया जाएगा। उन्होंने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा मथुरा की कृष्ण जन्म भूमि के संदर्भ में दिए गए बयान पर कहा कि भाजपा नेताओं को चुनाव में हार मिलती दिख रही है। इसके चलते वह बौखलाहट में अनर्गल बयानबाजी कर जनता को बरगलाने का प्रयास कर रहे है।
उल्लेखनीय है कि बुंदेलखंड में तीन दिवसीय समाजवादी विजय रथयात्रा के पहले पड़ाव में अखिलेश यादव ने कल महोबा पहुंच एक रैली को सम्बोधित किया था। बाद में उन्होंने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार यहां फतेहपुर बजरिया स्थित सिंचाई विभाग के बिरमा भवन में रात्रि विश्राम किया। इस दौरान सपा सुप्रीमो ने पार्टी के बुंदेलखंड में शीर्ष नेताओं से देर रात तक मुलाकात की। उन्होंने कार्यकर्ताओ से पार्टी प्रत्याशियों को लेकर विचार विमर्श कर उनकी राय भी जानी।