नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने कांग्रेस पर टिप्पणी करने वालों को नसीहत की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक विचार है और विचार का कोई ढांचा नहीं होता, नींव होती है। बता दें कि बीते रोज़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कांग्रेस के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के नेता पांच सितारा होटल से चुनाव से लड़ते हैं।
अब छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अभी कुछ लोगों ने हमारी कांग्रेस पार्टी को लेकर सार्वजनिक बयान दिए हैं। कांग्रेस पार्टी एक “विचार” है और “विचार” का कोई “ढांचा” नहीं होता, “नींव” होती है। और कांग्रेस पार्टी की यह नींव करोड़ों कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से सिंचित हुई है और होती रहती है। जो भी लोग व्यवस्था/ढांचा/नेतृत्व परिवर्तन जैसे विषय उठा रहे हैं, उन्होंने अभिव्यक्ति का ग़लत मंच चुना है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा कि समय की जरूरत है कि हम सभी हर दिन सड़क पर लाठी/डंडे खाकर, खून-पसीना बहाकर, “आइडिया ऑफ इंडिया” को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हमारे कार्यकर्ता साथियों के साथ सड़क पर हाथ में तिरंगा और कांग्रेस का झंडा थामकर खड़े हों। तब समझ में आएगा कि दिक्कत न नींव में है, न ढांचे में।
क्या कहा था आज़ाद ने
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा था कि हमारे लोगों का ब्लॉक स्तर पर, जिला स्तर पर लोगों के साथ कनेक्शन टूट गया है। जब कोई पदाधिकारी हमारी पार्टी में बनता है तो वो लेटर पैड छाप देता है, विजिटिंग कार्ड बना देता है, वो समझता है बस मेरा काम ख़त्म हो गया, काम तो उस समय से शुरू होना चाहिए।
उन्होंने कहा था कि हमारा ढ़ांचा कमजोर है, हमें ढ़ांचा पहले खड़ा करना पड़ेगा। फिर उसमें कोई भी नेता हो चलेगा। सिर्फ नेता बदलने से आप कहेंगे कि पार्टी बदल जाएगी, बिहार आएगा, मध्य प्रदेश आएगा, उत्तर प्रदेश आएगा, नहीं वो सिस्टम से बदलेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि फाईव-स्टार से चुनाव नहीं लड़े जाते। हमारे नेताओं के साथ समस्या है कि अगर टिकट मिल गया तो फाईव-स्टार में जाकर बुक हो जाते हैं। एयर कंडीशनर गाड़ी के बिना नहीं जाएंगे, जहां कच्ची सड़क है वहां नहीं जाएंगे। जब तक ये कल्चर हम नहीं बदलेंगे, हम चुनाव नहीं जीत सकते।