नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक ऐसा मामला सामने आया जिसने मानवता का सर शर्म से झुका दिया। दरअस्ल एक डिलीवरी ब्वॉय का उसकी जाति के कारण उत्पीड़न किया गया। अब इस घटना पर दलित एक्टिविस्ट एंव नेताओं ने जाति आधारित अत्याचार के ख़िलाफ बोलना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में आज़ाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने जातिवाद को आतंकवाद करार दिया है।
चंद्रशेखर ने कहा कि जातिवाद, आतंकवाद से कम नही है जिसका शिकार रोज़ाना दलित पिछड़ा समाज बनता है। लखनऊ मे फूड डिलीवरी करने गए विनीत रावत से,जाति(पासी)पता चलने पर,अजय सिंह और उसके साथियो ने खाना लेने से मना कर दिया, उस पर थूका और मारा। जातीय दंभ से जुड़ी ऐसी घटना सामाजिक व्यवस्था का क्रूर सत्य दिखाती है।
क्या है मामला
दरअस्ल विपिन कुमार रावत नामी एक युवक डिलीवरी ब्वॉक का काम करते हैं। वे शनिवार रात लखनऊ के आशियाना सेक्टर एच में अजय सिंह के घर पर खाने के ऑर्डर की डिलीवरी देने गए थे। उनका आरोप है कि ऑर्डर देते समय दरवाजे पर आए एक शख्स ने उनसे उसका नाम पूछा। जैसे ही उन्होंने अपना नाम विपिन कुमार रावत बताया तो उस शख्स ने उनको जातिसूचक शब्दों से संबोधित करते हुए दलित के हाथ से खाना लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद ऑर्डर कैंसिल करने की बात कहने पर वह भड़क गया और उसने मुंह पर तंबाकू थूक दिया।
विरोध करने पर 10-12 लोग ने पीटा
विपिन रावत के मुताबिक, विरोध करने पर घर के अंदर से 10-12 लोग बाहर निकले और मेरे साथ मारपीट की। इस दौरान मैं मौके पर अपनी बाइक छोड़कर भागने पर मजबूर हो गया। इसके बाद विपिन ने यूपी 112 को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने विपिन को उसकी बाइक वापस दिलाई।
डिलीवरी ब्वॉय विपिन ने पूरी घटना की आशियाना थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जबकि आशियाना इंस्पेक्टर दीपक पांडे ने बताया कि विपिन कुमार रावत की तहरीर पर अजय सिंह, अभय सिंह और 10-12 अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट, बलवा, धमकाने और एससी/एसटी की धाराओं में मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। वहीं, विपिन के हाथ और पैर में चोटें आने की भी खबर है।