नई दिल्लीः प्रधानममंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में अग्निपथ योजना की घोषणा की गई है। इस योजना के तहत दस लाख युवाओं को रोजगार दिया जाना है। जिसमें चार वर्ष के लिये युवाओं को सेना में भर्ती किया जाएगा। इस योजना के ख़िलाफ बेरोजगार युवा प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्ष की ओर से लगातार इस योजना पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज़ाद समाज पार्टी क प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने इस योजना को आग से खेलना जैसा करार दिया है।
चंद्रशेखर ने कहा कि सेना में चार साल की अस्थाई नौकरी की घोषणा से देश भर के नौजवानो मे निराशा और आक्रोश। “अग्निपथ योजना” से सेना, नौजवान और राष्ट्र सुरक्षा तीनो का भविष्य अनिश्चित हो जायेगा। सरकार का ये फैसला आग से खेलने के समान है। सरकार ये आत्मघाती फैसला तत्काल वापस ले। वरना देशव्यापी आंदोलन होगा।
चंद्रशेखर ने केंद्र सरकार पर ईडी के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र सहमति का शासन होता है पर मोदी सरकार सहमति बनाने के बजाए Enforcement Directorate (ED) को Exploitation Department (ED) में बदल कर इसका उपयोग भाजपा की एक एजेंसी के रुप में विरोध की आवाज को Forcefully दबाने के लिए कर रही है।
नहीं थम रहा विरोध
सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का बुद्धवार को बिहार और देश के अलग- अलग सूबों में बड़े स्तर पर विरोध हुआ था, यह विरोध प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी है। बिहार में छात्रों ने इस योजना का विरोध करते हुए जहानाबाद में जमकर बवाल किया। छात्रों ने पुलिस पर पथराव के साथ सड़क पर आगजनी कर अपना विरोध दर्ज कराया। इस प्रदर्शन में एसपीडीओं बाल-बाल बच गए। इसके साथ बिहार के आरा, छपरा, बक्सर और नवादा में भी छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया।
बक्सर में छात्रों ने देश के सबसे मुख्य रेल मार्गों में से एक दिल्ली- हावड़ा रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है। जानकरी के मुताबिक करीब 100 से अधिक युवा बक्सर में रेलवे ट्रैक पर बैठे हुए हैं। इससे मार्ग पर चलने वाली कई मुख्य ट्रेनें भी प्रभावित हुई है। छपरा में भी छात्रों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया।