इलाहाबादः आज़ाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने 18 सितंबर को संगम नगर इलाहाबाद में ‘आज तक’ द्वारा आयोजित ‘यूपी तक बैठक’ में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने चैनल पर बसपा सुप्रीमो मायावती से लेकर यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव पर गठबंधन के सवाल पर खुलकर अपनी बातें रखी।
चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा, “मेरी बुआ से कोई नाराजगी नहीं। उन्हें लंबे समय तक वोट मिला है। उन्हें दलितों के भविष्य की निर्णायक लड़ाई पर बोलना चाहिए। 69 हजार शिक्षकों की भर्ती पर बोलना चाहिए। बीएसपी के मालिक सतीश चंद्र मिश्रा हो गए हैं। वे न जाने किन मुद्दों की बात कर रहे हैं। ये मुद्दे दलितों के मुद्दे कभी नहीं रहे।”
जब चंद्रशेखर से पूछा गया कि क्या वे बसपा सुप्रीमो मायावती को देवी मानते हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि, “मैं जाति व्यवस्था का बहिष्कार करता हूं। हम पैदा दलित नहीं होते, मैं वंचित वर्ग के बहुजन समाज की बात करता हूं। भर्ती से लेकर किसान, मजदूर सबकी बात करता हूं। एक दलित सबका नेता क्यों नहीं हो सकता। योगी जी ठाकुर हैं तो सबके नेता हो सकते हैं, हम क्यों नहीं। हमारे यहां देवी-देवता का कॉन्सेप्ट नहीं है। यहां देवियों (महिलाओं) की हत्याएं होती हैं। बिजनोर में महिला खिलाड़ी की हत्या हुई। जब कोई नहीं सुनेगा को भीम आर्मी चुनेगी। मायावती ने एक समय अच्छा किया। नेताओं को आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ छोड़ना चाहिए।”
जनता से है हमारा गठबंधन
गठबंधन के सवाल पर क्या चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि, ”हमारा गठबंधन जनता के साथ है, गठबंधन तो एसपी-बीएसपी का हुआ था। एसपी गई, बीएसपी गई क्योंकि जनता ने पसंद नहीं किया। बीजेपी भी जाएगी। हमारा प्रयास होगा नौजवानों के रोजगार के मुद्दों को मुख्यधारा में लाना। हम हिंदू-मुस्लिम मुद्दे पर जाएंगे ही नहीं।”
चंद्रशेखर आजाद ने भाजपा को दलित और पिछड़ा विरोधी बताया। बीजेपी में अठावले जैसे दलित नेताओं की राजनीति पर उन्होंने कहा, “ये दलित नेता कभी समाज के मुद्दों पर कुछ नहीं बोलते। दलित समाज के सबसे बड़े वर्ग वाल्मीकि समाज के हैं। पीएम ने उनके पैर धोए थे। वाल्मीकि समुदाय के सफाई कर्मचारी सीवर में मरते हैं।”
प्रधानमंत्री बनाएं तब भी नहीं
जब उनसे पूछा गया कि क्या वे कांग्रेस के साथ जाएंगे? इसपर चंद्रशेखर ने कहा, “एनसीआरबी के आंकड़ों में यूपी में महिलाओं पर अत्याचार के बढ़ते मामले देखे गए हैं। धर्म की पिच पर जो आएगा भाजपा से मात खाएगा। हमारी विचारधारा की लड़ाई है। कांग्रेस के शासन वाले राज्यों में अच्छा काम करके दिखाएं, भाजपा प्रधानमंत्री भी बनाएगी तो नहीं जाएंगे। मरना पसंद करेंगे पर संघ की विचारधारा के साथ नहीं जाएंगे।”
भाजपा पर निशाना साधते हुए चंद्रशेखर आजाद ने कहा, ”वो लोग धर्म की पिच पर लाना चाहते हैं, लेकिन हम इस पर नहीं आएंगे। हमें पता है कि इस पिच पर जो भी आएगा वो बीजेपी से मात खाएगा।” बैलट के साथ बुलेट’ का जिक्र करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि EVM से चोरी रोकने का इंतजाम भी उन्होंने कर लिया है।
क्या खुद पर NSA लगाने वालों से बदला लेंगे चंद्रशेखर? इसपर आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर ने कहा, ”मैं बदलाव की बात करता हूं, बदले की नहीं। हम स्मार्ट सिटी में बैठे हैं। प्रयागराज में गड्ढे हैं। एक्सप्रेसवे पर दरारें पड़ गईं। मैं शुक्रिया अदा करता हूं सरकार का कि उन्होंने एनएसए लगाया। हम सरकार से बदला नहीं लेंगे, सुधार करेंगे। एक तरफ आरएसएस की विचारधारा है, एक तरफ बाबा साहब की। हम विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं।”