नई दिल्लीः आज़ाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद रावण ने बुलंदशहर की बेटी सुदीक्षा भाटी के परिजनों से मुलाक़ात की. इस दौरान उन्होंने सुदीक्षा को परिजनों को भरौसा दिलाया कि वे बहुजन समाज की बेटी को न्याय दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे, साथ ही प्रदेश सरकार से मुआवज़ा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार सुदीक्षा को न्याय नहीं देती है तो हम आंदोलन करेंगे।
चंद्रेशखर ने कहा कि एक गरीब परिवार से निकलकर अमेरिका में पढ़ाई करने वाली बहन सुदीक्षा भाटी हमारे बीच नहीं रही। आज सड़क छाप शोहदों के छेड़खानी से बचने के प्रयास में उनकी एक्सीडेंट से मौत हो गई। अत्यंत ही दुखद! दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो एवं सुदीक्षा के परिवार को उचित आर्थिक मदद दी जाए।
उन्होंने योगी सरकार पर तीखे तेवर अपनाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त है। सड़कों पर आम आदमी पीट रहा है और थाने में विधायक। जनता इंसाफ के लिए किसके पास जाए। हालात यह है कि खुद भाजपा के विधायक अब न्याय की गुहार लगा रहे हैं। जब मुख्यमंत्री से सरकार नहीं संभल रही है तो स्तीफा क्यों नहीं दे देते?
चंद्रेशखर ने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि सुदीक्षा भाटी के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवज़ा देने के साथ साथ सुदीक्षा की गांव में प्रतिमा लगाई जाए। चंद्रशेखर ने कहा कि सुदीक्षा के परिजनों में से कमसे कम एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। आज़ाद समाज पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले को फास्टट्रैक कोर्ट में ले जाए जाए और निष्पक्ष जांच हो।
चंद्रशेखर ने बताया कि जब मैं बहन सुदीक्षा भाटी के परिवार से मिलने निकला तो सादोपुर झाल, गौतमबुद्ध नगर में पुलिस ने उन्हें रोक लिया. उन्होंने कहा कि यह सरकार की सरासर तानाशाही है। क्या मैं पीड़ित परिवार से मिल भी नहीं सकता हूँ?
बता दें कि बुलंदशहर की बेटी सुदीक्षा भाटी का मनचलों द्वारा पीछा किया जाता था. मनचले उसे हर रोज़ परेशान करते थे, एक रोज़ खुद को बचाने के चक्कर में सुदीक्षा की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस होनहार छात्रा की मौत के बाद यूपी सरकार को तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।