नई दिल्लीः आज़ाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने केन्द्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कृषि सुधार अधिनियम की तो मुख़ालिफत की ही है, साथ ही साथ मोदी सरकार द्वारा बनाए एक और क़ानून का भी विरोध किया है। दरअस्ल मोदी सरकार ने श्रम सुधार क़ानून को मंज़ूरी दे दी है, इसके तहत अब निजी सैक्टर में कार्यरत मजदूर को कंपनी द्वारा बिना किसी पूर्व नोटिस के नौकरी से निकाला जा सकेगा।
आज़ाद समाद पार्टी के प्रमुख ने कहा कि किसानों पर हमला करने के बाद अब अगला हमला मजदूरों पर। सरकार ने बगैर किसी चर्चा के तीन श्रम सुधार विधेयकों संसद से पारित किया है जिससे अब कंपनियां किसी भी कर्मचारी को आसानी से हटा सकती है। पूंजीपतियों से प्यार और किसानों मजदूरों से बैर, आखिर क्यों मोदी जी?
शाहीनबाग़ की दादी पर कुछ इस तरह दी बधाई
चंद्रशेखर आज़ाद ने शाहीनबाग़ में आंदोलन करने वालीं शाहीनबाग़ की तीन दादियों में से एक बिलकीस बानो को मशहूर पत्रिका टाईम मैग्ज़ीन द्वारा दुनिया की 100 प्रभावशाली शख्सियों में शुमार किये जाने पर भी खुशी का इज़हार किया है। उन्होंने कहा कि मेरी प्यारी दादियों को बहुत बहुत बधाई। दुनिया की सबसे प्रभावशाली शख्शियतों में हमारी दादियों का चयन यह दिखाता है कि हमारी जड़ें कितनी गहरी है. आप हम सब की प्रेरणास्त्रोत है हम बच्चों को आप पर गर्व है दादी माँ।
उन्होंने यूपी में बढ़ते अपराध पर भी सरकार पर निशाना साधा है। चंद्रशेखर ने कहा कि यूपी में दलित जन प्रतिनिधियों को सरकारी संरक्षण प्राप्त गुण्डे बेख़ौफ़ निशाना बना रहे हैं।पहले आज़मगढ़ में दलित प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या और अब जौनपुर में दलित नेता सुरेश प्रचेता को बदमाशों ने गोली मार दी, लेकिन यूपी की ढोंगी सरकार फ़िल्म सिटी का दरबार लगाये बैठी है।