राष्ट्रवाद को मुंशी प्रेमचंद ने ‘कोढ़’ क्यों कहा था?
कृष्णकांत मुंशी प्रेमचंद ने 1933 में लिखा था, ‘राष्ट्रीयता वर्तमान युग का कोढ़ है, उसी तरह जैसे मध्यकालीन युग का कोढ़ साम्प्रदायिकता थी। नतीजा दोनों का एक है। साम्प्रदायिकता अपने….
कृष्णकांत मुंशी प्रेमचंद ने 1933 में लिखा था, ‘राष्ट्रीयता वर्तमान युग का कोढ़ है, उसी तरह जैसे मध्यकालीन युग का कोढ़ साम्प्रदायिकता थी। नतीजा दोनों का एक है। साम्प्रदायिकता अपने….
बेशक मुसलमान पांच एकड़ ज़मीन पाने की चाहत में बाबरी मस्जिद का मुक़दमा नहीं लड़ रहे थे, बल्कि इंसाफ के लिए लड़ रहे थे। जो नहीं मिला, तो पांच एकड़….
गिरीश मालवीय भारत की बेरोजगारी दर अक्तूबर माह में तीन साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों….
असद शेख महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और हरियाणा विधानसभा चुनावों के साथ बिहार की कई सीटों पर उपचुनाव भी हुए है, इन चुनावों ने एक राजनैतिक दल ने सबसे ज़्यादा चौंकाने….