सिखों के खिलाफ हेट स्पीच और धमकी के आरोप में टोरंटो निगार कीर्तन पर पुलिस ने एक हिंदू राष्ट्रवादी रॉन बनर्जी को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर कथित तौर पर सिखों को परेशान करने और धमकी देकर सद्भाव को बिगड़ने के आरोप हैं। रॉन की गिरफ़्तारी पर पुलिस द्वारा खींची जाने वाली तस्वीरें और वीडियोज़ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
रॉन बनर्जी का जन्म फ्रांस में हुआ था लेकिन जब वो लगभग दो वर्ष का था उसका परिवार कनाडा के न्यू ब्रंसविक क्षेत्र में आकर बस गया था, वो वर्तमान में टोरंटो, कनाडा में रहता है। कनाडा आकर उसने एक (NGO) गैर लाभकारी समूह ‘कनाडा हिंदू सम्मेलन’ का गठन किया और खुद को उसका मुख्य निदेशक घोषित किया।
गिरफ़्तारी से पहले रॉन बनर्जी को सड़कों पर सिखों के खिलाफ नारे लगाते देखा गया था, कहा जाता है कि वो कनाडा में लगातार सिखों और मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ बयानबाज़ी करता रहा है। वो कनाडा से सिखों और मुसलमानों को बाहर निकालने का अभियान भी चलाए हुए था। इसी लिए उस पर कनाडा की घृणा विरोधी नेटवर्क (Anti Hate Network) ने पूरी नज़र रखी हुई थी।
रॉन बनर्जी अपनी इस्लाम विरोधी टिप्पणियों के लिए जाने जाते थे। 17 दिसंबर 2018 को उन्होंने एक वीडियो टेप जारी करते हुए कहा था कि जो भी आदमी (GTA Middle Eastern restaurant chain) जीटीए मिडिल ईस्टर्न रेस्टोरेंट चैन में खाना खायेगा वो जिहादी कहलायेगा। इस मामले को लेकर रेस्टोरेंट और पैरामाउंट फूड्स के मालिक कैनेडियन मुस्लिम मोहम्मद फ़क़ीह ने अदालत में रॉन बनर्जी के खिलाफ मानहानि का केस कर दिया था।
बाद में अदालत ने आपसी सेटलमेंट के ज़रिये इस मामले को सुलझाने की पेशकश की जिसे रॉन बनर्जी ने फ़ौरन मान लिया था। इसमें समझौता हुआ था कि रॉन बनर्जी द्वारा मोहम्मद फ़क़ीह से लिखित रूप में और एक वीडियो टेप में माफ़ी मांगी जाए। इसके अलावा न्यायधीश ने ये भी शर्त रखी थी कि भविष्य में यदि फिर कभी मोहम्मद फ़क़ीह के खिलाफ इस तरह का अपराध करते हैं तो आपको $ 100,000 उन्हें या उनके परिवार को चुकाने होंगे।
एक वीडियो जारी कर पैरामाउंट फूड्स के मालिक कैनेडियन मुस्लिम मोहम्मद फ़क़ीह से मांगी अपनी माफ़ी में रॉन बनर्जी ने कहा था कि वह स्वीकार कर रहा है कि उसकी टिप्पणी “अपमानजनक और घृणास्पद थी” और रेस्टोरेंट चेन के मालिक मुस्लिम-कनाडाई व्यवसायी मोहम्मद फ़क़ीह से माफी मांग रहा है।”
रॉन बनर्जी ने कहा था कि “मैंने सीखा है कि श्री फकीह पर उनके धर्म या वह कहां से हैं, के कारण हमला करना गलत था। इस तरह की नफरत का कनाडा में कोई स्थान नहीं है और मैं भविष्य में इस तरह की सार्वजनिक टिप्पणी नहीं करूंगा।’ “मुझे उम्मीद है कि इस माफी को देखने या पढ़ने वाला हर कोई मेरी गलती से सीख लेगा।”