नई दिल्लीःप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्रीय मंत्रिपरिषद के पहले और बहुप्रतिक्षीत विस्तार तथा पुनर्गठन में आज 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली जिनमें सात महिलाएं शामिल हैं जिसके साथ मोदी मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या 77 हो गयी है।
राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में बुधवार शाम आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नये मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। सहयोगी दल जनता दल यू , अपना दल और लोकजन शक्ति पार्टी से अलग हुए गुट से एक- एक मंत्री ने शपथ ली। सात मौजूदा राज्य मंत्रियों को प्रोन्नत कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है जबकि छह कैबिनेट मंत्रियों , एक राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार तथा पांच राज्य मंत्रियों की छुट्टी की गयी है। मंत्रिमंडल में 36 नये चेहरे शामिल किये गये हैं।
विपक्ष ने उठाए सवाल
मंत्रीमंडल में फेरबदल और विस्तार पर विपक्षी दलों के नेताओं ने सवाल उठाए हैं। पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता इंजीनियर शादाब चौहान ने ट्वीट कर कहा कि आज का मोदी सरकार का केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार उत्तर प्रदेश के साथ धोखा है साथ ही पाल, प्रजापति, निषाद, कश्यप, बंजारा, नाई गोंड, लोनिया, अतिपिछड़ी व दलित जातियों को सिर्फ धोखा मिला है. माना मुसलमानों से नफरत है दलित-पिछड़ों के साथ धोखा क्यों? यूपी की जनता 2022 में जवाब देगी।
आज का मोदी सरकार का केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार #UP के साथ धोखा है साथ ही पाल,प्रजापति,निषाद,कश्यप,बंजारा,नाई गोंड,लोनिया,अतिपिछड़ी व दलित जातियों को सिर्फ धोखा मिला है.
माना मुसलमानों से नफरत है दलित-पिछड़ों के साथ धोखा क्यों? यूपी की जनता 2022 में जवाब देगी@jayantrld— Shadab Chauhan شاداب چوہان (@shadab_chouhan1) July 7, 2021
पीस पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार ने की नाकामी छुपाने के लिए बहुत से मंत्रियों की बलि चढ़ाने पड़ी जबकि रेल के डिब्बों से ज्यादा कमी इंजन की थी इंजन बदलने की जरूरत ज्यादा है स्वास्थ्य मंत्री का बदला जाना प्रमाण है कि कोरूणा काल में सरकार नाकाम रही। उन्होंने कहा कि नाकामी छुपाने का नाटक है मंत्रिमंडल विस्तार रेल के डिब्बे नहीं इंजन बदलने की जरूरत है।