बुशरा बानो: 2 साल के बच्चे को लेकर नौकरी की, फिर भी IAS बन समाज के लिए बनी मिसाल

आमतौर पर धारणा है कि शादी और बच्चों के बाद औरत का करियर ख,त्म । लेकिन बुशरा बानो इससे बिल्कुल उलट साबित कर दिया है दुनिया को दिखा दिया है कि शादी और बच्चे परिवार की जिम्मेदारी होने के बाद भी ऊंचे पदों पर अपनी मेहनत परिश्रम और बुद्धिमत्ता के बलबूते पहुंचा जा सकता है। आज हम इस आर्टिकल में बुशरा बानो की के सफलता के सफर की चर्चा करेंगे कि कैसे यह बच्चे और परिवार की जिम्मेदारी निभाते हुए मेहनत के बलबूते IAS बनी।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

बुशरा के लिए सफलता कोई आसान नहीं था । बुशरा का यूपीएससी का सफर है सही मायने में खास है। यह अनेकों उदाहरण प्रस्तुत करता है कि कैसे अगर इच्छा प्रबल हो तो मुकाम कैसे हासिल किया जा सकता है। बुशरा ने परीक्षा की तैयारी न केवल फुल टाइम नौकरी के साथ की बल्कि इस दौरान उसने अपने बच्चों का खुद से खास खयाल रखा। परिवार की जिम्मेदारी भी बुशरा के कंधों पर थी लेकिन अध्ययन जारी रखा।

कड़ी लगन और मेहनत से तैयारी जारी रखा। बुशरा के लिए यकीनन यूपीएससी की परीक्षा का सफर इतना आसान नहीं था इस दौरान उन्हें तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और तमाम कोशिशें जारी रखें नतीजा सफलता हाथ लगी। आइए जानते हैं कैसा रहा इनका परीक्षा का सफर।

बुशरा शुरू से ही विलक्षण प्रतिभा के धनी रही और काफी अच्छी स्टूडेंट्स भी। बुशरा ने एमबीए करने के बाद मैनेजमेंट पीएचडी किया जिसमें पुराने यूपीएससी परीक्षा दिया। ये कुछ समय कोल इंडिया में कार्यरत थी । इन्होंने अपनी तैयारी के दौरान कभी नौकरी नहीं छोड़ी। परिवार ,नौकरी और बच्चों से जब भी वक्त मिलता वह पढ़ाई में लग जाती ।

विषयों के चयन के बारे में बुशरा कहती हैं कि विषय चुनते समय बहुत सारी बातों का ख्याल रख कर फैसला लेना चाहिए।
ऑप्शनल अपनी स्ट्रैंथ के हिसाब से चुनना चाहिए, किसी दूसरे तीसरे की बातों में ना आएं ।हमेशा खुद पर यकीन रखना जो सब्जेक्ट आपको सबसे ज्यादा पसंद है, उसे ही ऑप्शन बनाएं वे कहती हैं कि इस परीक्षा में ज्यादातर टॉप करते हैं उनके ऑप्शनल विषय में अच्छे नंबर आए रहते हैं।

बुशरा अन्य कैंडिडेट को सलाह देते हुए कहती हैं कि उसने मैनेजमेंट सब्जेक्ट को चुना था ।वह बताती हैं कि आप अपने यह जरूर देख ले कि जिस सब्जेक्ट को आप चुन रहे हैं उसकी किताबें और मैटेरियल इंटरनेट पर उपलब्ध हो। पढ़ाई के लिए एक शेड्यूल बना बनाएं। मन लगाकर उसे फॉलो करें। परिश्रम सफलता की ओर जरूर ले जाएगी। बुशरा ने शादी, बच्चे और नौकरी की जिम्मेदारी के बीच परीक्षा पास की और अन्य के लिए उदाहरण बन गई। आप भी मेहनत, लगन और परिश्रम के बलबूते अच्छा मुकाम हासिल कर सकते हैं।