बेंगलुरु: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद तेजस्वी सूर्या ने अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर दिये गये अपने बयान को सोमवार को बिना शर्त वापस ले लिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि धर्म परिवर्तन करने वाले मुस्लिमों और ईसाइयों को वापस हिंदू धर्म में लाया जाना चाहिए।
At a program held in Udupi Sri Krishna Mutt two days ago, I spoke on the subject of ‘Hindu Revival in Bharat’.
Certain statements from my speech has regrettably created an avoidable controversy. I therefore unconditionally withdraw the statements.
— Tejasvi Surya (@Tejasvi_Surya) December 27, 2021
भाजपा सांसद @Tejasvi_Surya ने अपने भाषण के दौरान कहा था कि भारतीय उप-महाद्वीप में ‘मुसलमानों और ईसाइयों का वापस हिंदू धर्म में परिवर्तन कराया जाना चाहिए।’ अब उन्होंने कहा “मेरे भाषण के कुछ बयानों ने खेदजनक रूप से एक विवाद पैदा कर दिया है. इसलिए मैं बिना शर्त बयान वापस लेता हूं।”
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) December 27, 2021
तेजस्वी सूर्या ने ट्वीट कर कहा , “दो दिन पहले उडुपी श्रीकृष्ण मठ में आयोजित एक कार्यक्रम में मैंने ‘भारत में हिंदू पुनरुद्धार’ पर बात की थी। मेरे भाषण के कुछ हिस्सों के कारण खेदजनक विवाद पैदा कर दिया है। इसलिए, मैं बिना शर्त अपने बयान को वापस लेता हूं।”
ये महाशय @Tejasvi_Surya भाजपा के सांसद हैं और @BJYM के अध्यक्ष भी हैं। इनका कहना है कि “हिंदुओं के लिए एकमात्र विकल्प बचा है कि उन सभी को फिर से हिंदू बनाएं जिन्होंने हिंदू धर्म को छोड़ दिया।” हालांकि यही सत्ताधारी हज़ारो हिंदुओं को ऑक्सीजन नहीं दे पाए थे।pic.twitter.com/uclDTuA6xq
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) December 26, 2021
उन्होंने कहा कि यह हिंदुओं का कर्तव्य है कि इस्लाम और ईसाई धर्म स्वीकार करने वालों को हिंदू धर्म में वापस लाये। इतना ही नहीं जिन हिंदुओं ने पाकिस्तान में इस्लाम धर्म अपना लिया है, उन्हें भी हिंदू धर्म में वापस लाया जाना चाहिए। हिंदू धर्म छोड़कर दूसरे धर्म अपनाने वाले लोगों को पुनः अपने साथ लाने के लिए सभी मठ और मंदिरों को साल भर का एक लक्ष्य रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म के पुनर्जागरण का यही एकमात्र रास्ता है।