Author: Shakeel Akhtar

Senior Journalist, Commentator on current affairs. Former Political Editor and Chief of Bureau Navbharat Times

प्राइवेट में लाकर चिकित्सा को भी बिजनेस बना दिया

अभी सभी बड़े अखबारों के पहले पेज के अपर हाफ (उपरी हिस्से) में आठ कालम में प्राइवेट अस्पताल के विज्ञापन देखे तो दिल घबरा गया। अस्पतालों के ऐसे विज्ञापन! हालांकि….

मीठा जहर है मीडिया, सरकार शायद कुछ समझी

सात साल में पहली बार हुआ। मोदी सरकार ने अपने पांव वापस खींचे। अभी तक वह आक्रामक रूप में थी। सबसे भंयकर समय कोरोना का आया। दूसरी लहर में। जनता….

मीडिया के चहेते ओवैसी भाजपा की कितनी मदद कर पाएंगे?

असदउद्दीन ओवैसी इस समय मीडिया के सबसे प्रिय नेता बने हुए हैं। उम्मीद है यूपी के चुनाव तक ऐसे ही बने रहेंगे। मीडिया को उनकी और उनको मीडिया की जरूरत….

प्रियंका गांधी क्रीज पर और धरी रह गई फिल्डिंग!

लंबे लंबे डग और लंबी लंबी हिट! क्रिकेट की तरह राजनीति में भी सफलता की यही कुंजी हो गई है। जब विवियन रिचर्ड्स अपना बल्ला लहराता क्रीज की तरफ आता….

क्या सपा अकेले भाजपा का मुकाबला कर पाएगी?

उत्तर प्रदेश में भाजपा सबसे मजबूत स्थिति में है। मगर फिर भी वह खुद में सुधार करती दिख रही है। मुख्यमंत्री योगी खुद ही सरकार हैं, लेकिन फिर भी उन्होंने….

गोदी मीडिया, आईटी सेल द्वारा और तेज किया जा रहा किसान विरोधी माहौल

एक मामले में यह अच्छा है कि जो भी हो रहा है तीव्र गति से हो रहा है। इसका फायदा यह होता है कि सब कुछ जल्दी एक्सपोज हो जाता….

राहुल ही नहीं क्रान्तिकारी तो पूरा परिवार है

चन्नी को बनाना राहुल का काम था अब उसे सही साबित करना दलितों का! सिर्फ राहुल के करने से कुछ नहीं होगा खुद दलितों को आगे आकर अपने सही नेताओं….

मोदी सरकार का दुश्मन साबित होगा गोदी मीडिया

आज की तारीख में मोदी सरकार का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है? वही जिस पर सरकार सबसे ज्यादा भरोसा करती है। जी हां गोदी मीडिया। गोदी मीडिया खबरों को छुपाकर….

भड़काऊ नारेबाज़ी और सियासत: न समझोगे तो मिट जाओगे ए हिन्दोस्तां वालों….

हेट स्पीच करने वालों को, सिर फोड़ने का हुक्म देने वालों को और मारने वालों को मजा आने लगा है। अब वे किसी के खिलाफ भी कुछ भी बोल सकते….

2024 लोकसभा का कोई बायपास नहीं, यूपी होकर ही जाना है

2024 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी कांग्रेस का नेतृत्व कर भी रही होंगी या नहीं, या वे वह चुनाव लडेंगी भी या नहीं, यह किसी को नहीं पता। मगर….