नई दिल्लीः गाजियाबाद के डासना स्थित एक मंदिर महंत यति नरसिंहानंद ने रविवार को हिंदुओं से हथियार उठाने का आह्वान किया। यति नरसिंहानंद ने दिल्ली के बुराड़ी में आयोजित ‘हिंदू महापंचायत’ में जमकर ज़हर उगला। इस पंचायत में 200 से अधिक लोग शामिल हुए थे।
‘हिंदू महापंचायत’ का आयोजन सेव इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक प्रीत सिंह ने किया। प्रीत सिंह वही शख्स है जो बीते वर्ष जंतर मंतर पर एक विवादित कार्यक्रम के आयोजकों में शामिल था। उस कार्यक्रम में मुस्लिम विरोधी नारे लगाए गए थे। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने प्रीत सिंह को गिरफ्तार किया था और फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं। वहीं नरसिंहानंद भी हरिद्वार धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के मामले में जमानत पर बाहर हैं।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़ भीड़ को संबोधित करते हुए, नरसिंहानंद ने कहा कि अगर भारत को मुस्लिम प्रधानमंत्री मिले तो “40% हिंदू मारे जाएंगे”। यति ने कहा कि “यह हिंदुओं का भविष्य है, यदि आप इसे बदलना चाहते हैं, तो एक आदमी बनो (मर्द बनो)। एक आदमी होना क्या है? कोई है जो सशस्त्र है।”
नहीं थी कार्यक्रम की अनुतमि
दिल्ली पुलिस ने कहा कि आयोजकों को कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं थी। वहीं प्रीत सिंह के ट्विटर अकाउंट के मुताबिक, इस साल 4 जनवरी से इस इवेंट की प्लानिंग की गई थी। इस बीच कार्यक्रम को कवर करने गए कुछ पत्रकारों ने आरोप लगाया कि इस ‘हिंदू महापंचायत’ में शामिल भीड़ के सदस्यों ने उन्हें पीटा। उनमें से कुछ ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें दिल्ली पुलिस ने कार्यक्रम स्थल से हिरासत में लिया और मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
हालांकि दिल्ली पुलिस ने इस आरोप से इनकार किया है। डीसीपी नॉर्थ वेस्ट उषा रानी ने कहा है कि “कुछ पत्रकार अपनी मर्जी से, भीड़ से बचने के लिए, जो उनकी उपस्थिति से उत्तेजित हो रही थी, कार्यक्रम स्थल पर तैनात एक पीसीआर वैन में बैठ गए और सुरक्षा कारणों से पुलिस स्टेशन जाने का विकल्प चुना। किसी को हिरासत में नहीं लिया गया। उचित पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई थी।