ASP प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद बोले ‘यूपी में न्याय की आवाज उठाना अंतरराष्ट्रीय साज़िश कहलाता है।’

नई दिल्लीः आज़ाद समाजा पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने यूपी को भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यूपी में न्याय की आवाज उठाना अंतरराष्ट्रीय साज़िश कहलाता है। दरअस्ल ये बातें चंद्रशेखर ने इसलिये कही हैं क्योंकि हाथरस मामले में यूपी सरकार की तरफ से आरोप लगाया गया था कि हाथरस के बहाने क्षेत्र में जातीय हिंसा करने के लिये भीम आर्मी और पीएफआई को विदेशों से 100 करोड़ की फंडिंग हुई थी। हालांकि यूपी सरकार के इन आरोपों को ईडी ने भी ख़ारिज कर दिया है।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

चंद्रशेखर ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चुनौती देते हुए कहा कि मैं योगी आदित्यनाथ जी को चैलेंज करता हूँ कि कोई भी जांच करवा लें 100 करोड़ तो दूर की बात यदि मेरे पास एक लाख रुपये भी मिल जाये तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा वरना आप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दीजिये। मेरा जीवन मेरे समाज को समर्पित है मेरा खर्च मेरा समाज उठाता है।

उन्होंने कहा कि यूपी में न्याय की आवाज उठाना अंतरराष्ट्रीय साज़िश कहलाता है। इससे पता चलता है दलितों के न्याय मांगने से योगी सरकार कितना डरती है उनकी नजर में दलितों की ज़िंदगी सस्ती है। यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि हाथरस के अपराधी योगी जी के जाति के है उनको बचाने के लिये हम पर आरोप लगा रहे है।

उन्होंने हाथरस के पीड़ित परिवार को संबोधित करते हुए कहा कि मैं अपने हाथरस के परिवार से कहना चाहता हूँ आप अकेले नही है हम सब आपके साथ है। सरकार कितनी भी साजिश कर ले, लेकिन हमारी बहन के साथ दरिंदगी करने वाले दरिंदो को हम सजा दिलवाकर रहेंगे। इस वीडियो में कही गयी एक लाइन है जो आपको जाति व्यवस्था के शोषण का अहसास करायेगी।

आज़ाद समाज पार्टी के प्रमुख ने कहा कि यू०पी० सरकार की कार्य प्रणाली से मीडिया अब संतुष्ट नजर आ रही है जबकि तीन दिन तक प्रशासन ने मीडिया को सारे नियम, कानून ताक पर रखकर पीड़ित परिवार से ना मिलने दिया, ना गाँव मे जाने दिया। प्रशासन तीन दिन तक क्या छुपाने में लगा हुआ था। पीड़िता के चरित्र हनन पर मीडिया की चुप्पी क्यों?