नई दिल्लीः क्रूज ड्रग्स मामले में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को आखिरकार क्लीन चिट मिलती दिखाई दे रही है। उनके खिलाफ ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे यह साबित होता हो कि वह एक बड़ी साजिश या एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी सिंडिकेट का हिस्सा थे। बता दें कि आर्यन ख़ान का मामला कई सप्ताह तक मीडिया की सुर्खियों में रहा था, इस पर कटाक्ष करते हुए बसपा सांसद कुंवर दानिश अली ने आरोप लगाया है कि यह सब अडाणी पोर्ट पर बरामद हुई तीन हज़ार कि लोग्राम से ध्यान हटाने के लिये किया गया था।
दानिश अली ने ट्वीट कर कहा कि “आर्यन ख़ान ड्रग केस की सच्चाई सामने आ ही गई। उन्हें जानबूझकर फंसाया गया। कुछ लोगों को शाहरुख़ ख़ान शाहरुख ख़ान से हिसाब चुकाना था और कुछ लोगों को अडानी मुंद्रा पोर्ट से बरामद 3000 किलो हेरोइन से जनता का ध्यान हटाना था। गोदी मीडिया ने योजना के मुताबिक़ अपना कम बख़ूबी अंजाम दिया।”
वानखेड़े की कार्यशैली पर सवाल
जांच टीम का कहना है आर्यन खान की चैट से यह नहीं पता चलता है कि वह किसी अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट का हिस्सा था। इसके अलावा क्रूज पर छापे के दौरान अनियमितता बरती गई। छापे के दौरान कोई वीडियो-रिकॉर्डिंग नहीं की गई थी जैसा कि एनसीबी मैनुअल द्वारा अनिवार्य किया गया था। एसआईटी की जांच, छापेमारी और एजेंसी के मुंबई क्षेत्रीय इकाई के पूर्व निदेशक समीर वानखेडे के आचरण पर भी सवाल उठाती है। वानखेड़े को उनके मूल कैडर में वापस भेज दिया गया है और मामले में सच्चाई का पता लगाने के लिए एसआईटी और एजेंसी की सतर्कता टीम दोनों द्वारा कई बार पूछताछ की जा चुकी है।