गुलबर्गा विश्वविद्यालय ने बुधवार को अपना वार्षिक दीक्षांत समारोह आयोजित किया, जहां विश्वविद्यालय की छात्राओं ने सर्वाधिक स्वर्ण पदक जीतकर लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया। एमए कन्नड़ की छात्रा पूर्णिमा ने 12 स्वर्ण पदक जीते। उन्होंने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अपने परिवार के सदस्यों और शिक्षकों को श्रेय दिया।
आवाज़ द वायस की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ वित्त और मानव संसाधन प्रबंधन में एमबीए की छात्रा अर्शिया कौसर ने 8 स्वर्ण पदक जीते। पढ़े-लिखे परिवार से नहीं होने के बावजूद, अर्शिया ने अपने समर्पण और कड़ी मेहनत के कारण पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। अर्शिया के पिता गैरेज चलाते हैं और 8साल के लिए सऊदी अरब गए हैं। दीक्षांत समारोह में कुल 74 छात्रों में से 53 लड़कियों ने स्वर्ण पदक हासिल किया। गुलबर्गा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो दयानंदगा सरन ने दीक्षांत समारोह में अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया।
चर्चा में रह चुकी है एक और छात्रा
कर्नाटक की ही एक और छात्रा बुशरा मतीन पिछले दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बनी हुई थी। दरअस्ल बुशरा मतीन ने 16 मेडल जीतकर नया रिकार्ड स्थापित किया था। ऐसे वक्त में जहां हिजाब को लेकर बहस जारी है, कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसले के बाद कॉलेज हिजाब को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए हैं, ऐसे में हिजाब पहनने वाली छात्राओं की कहानी बता रही है कि हिजाब उनकी तरक्की में रुकवाट नहीं है।
जानकारी के लिये बता दें कि कर्नाटक में दिसबंर 2021 में हिजाब को लेकर विवाद शुरु हुआ था, धीरे-धीरे यह विवाद बढ़ता गया, और हाई कोर्ट से होते हुए सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। एक ओर हिजाब पहनने वाली छात्राओं को निशाना बनाया जा रहा है, दूसरी ओर इन छात्राओं की सफलता कुछ ओर ही दास्तां कह रही है।