नई दिल्लीः दिल्ली के जामियानगर स्थित नौशेरा के शेर के नाम से मशहूर ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान की कब्र की मरम्मत करा दी गई है। बता दें कि पिछले दिनों असमाजिक तत्वों ने ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान की कब्र को नुक़सान पहुंचाया था। कब्र पर लगा ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान के नाम पर लगा पत्थर भी तोड़ दिया गया था। सोशल मीडिया पर जैसे ही ये तस्वीरें वायरल हुईं तो इस पर भारतीय सेना ने नाराजगी जाहिर की।
भारतीय सेना को जैसे ही मालूम हुआ कि ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान की कब्र बिल्कुल जर्जर हो चुकी है तो कुछ दिनों के अंदर भारतीय सेना ने इसकी मरम्मत शुरू कर दी और यह काम संपन्न भी हो गया। भारतीय सेना ने नौशेर का के शर का संगमरमर से बने समाधि लेख को चमकाया गया। अब इसमें लिखा गया है, “ब्रिगेडियर एम. उस्मान, एमवीसी, नौशेरा का शेर।”
ब्रेगेडियर उस्मान की कब्र के जर्जर होने की ख़बर मिलने पर कर्नल (रिटायर्ड) गोपाल सिंह यहां पहुंचकर हालात का जायज़ा लिया था। उन्होंने ने कहा था कि, हमने जामिया अथॉरिटिजी से कहा, “हम अगले कुछ दिनों में इस कब्र की मरम्मत करएंगे, हालांकि, यह स्पष्ट है कि सेना ने एक हफ्ते से भी कम समय में यह काम पूरा कर दिया है। यह होना ही था क्योंकि वो एक आइकॉन और युद्ध के महानायक हैं जिनसे हम सभी प्रेरित होते हैं।”
ब्रिगेडियर उस्मान भारत-पाकिस्तान के बीच छिड़े पहले युद्ध के दौरान तीन जुलाई, 1948 को शहीद हो गए थे। उनकी कब्र जामिया मिलिया इस्लामिया के पास बाटला हाउस कब्रस्तान के अंदर स्थित है। ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान ने कश्मीर के नौशेरा में तैनाती के दौरान पाकिस्तानी कबायलियों को खदेड़ने में बड़ी भूमिका निभाई थी। आजादी के समय उनके पास पाकिस्तान जाकर सेना प्रमुख बनने का विकल्प था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।