शिमला: बंबई उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अमजद सईद ने आज हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाला। राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने राजभवन में न्यायमूर्ति सईद को पद की शपथ दिलाई और उच्च न्यायालय प्रांगण में उनका स्वागत किया गया। उच्च न्यायालय में उनका संबोधन भी हुआ जिसमें मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि वह लंबित मामले तेजी से निपटाने की कोशिश करेंगे।
न्यायमूर्ति सईद उच्च न्यायालय के 27वें मुख्य न्यायाधीश हैं। केंद्र ने उच्चतम न्यायालय कोलेजियम की सिफारिश पर 19 जून को उनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी की थी। पूर्व मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक 25 मई को सेवानिवृत्त हुए थे, तब न्यायमूर्ति सबीना सिंह को कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश बनाया गया था।
कौन हैं अमजद सईद
21 जनवरी 1961 को जन्मे न्यायाधीश सैयद ने वर्ष 1984 में बॉम्बे यूनिवर्सिटी से यूजी में लॉ की डिग्री प्राप्त की। वह बॉम्बे हाईकोर्ट में सहायक सरकारी वकील भी रहे। इन्होंने सरकार की ओर से मैंग्रोव, कचरा डंपिंग, चैरिटेबल अस्पतालों में गरीबों के लिए मुफ्त/रियायती चिकित्सा उपचार, जैव चिकित्सा अपशिष्ट और कुपोषण जैसे अति महत्वपूर्ण मुद्दों से संबंधित जनहित याचिकाओं की पैरवी की। कई पब्लिक अंडरटैकिंग पैनल में रहे और उनकी ओर से मध्यस्थता में भी पेश हुए हैं।
क्या कहते हैं अमजद
मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्य न्यायाधीश जस्टिस अमजद ए सईद ने कहा कि वे पांच साल पुराने मामलों को जल्द निपटाने की कोशिश करेंगे। वहीं कर्मचारियों से जुड़े मामलों पर कहा कि जो भी बेहतर होगा वह किया जाएगा। खर्च न कर पाने में सक्षम लोगों को विधिक सहायता प्रदान की जा रही है। लोगों को कानून के प्रति जागरूक किया जाएगा। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि हिमाचल बहुत ही सुंदर प्रदेश है।