पुणे जिले में काटेवाड़ी के अल्ताफ शेख ने UPSC परीक्षा में सफलता पाकर हौसले की नई मिसाल कायम की है. ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले अल्ताफ़ का संघर्ष बेहद कठिनाईयों से भरा रहा है। घर की आर्थिक स्थिति नाजुक होने के बावजूद अल्ताफ ने मेहनत और लगन से अपने माता-पिता के IPS बनने के सपने को साकार किया है। वह पहले केंद्रीय लोक सेवा आयोग के सहायक कमांडेंट बने थे और अब इंडियन पुलिस सर्विस के लिए चुने गए हैं।
कभी भजिया भेजते थे अल्ताफ
अल्ताफ शेख ने बीते रोज़ शुक्रवार को घोषित हुए UPSC सिविल सर्विस परीक्षा में सफलता हासिल की है। कभी स्कूल में भजिया और चाय बेचने वाले अल्ताफ अब आईपीएस अधिकारी बन गए हैं। वे बारामती तालुका के पहले आईपीएस अधिकारी बने हैं। अल्ताफ इस्लामपुर के नवोदय विद्यालय से पढ़े हैं। बाद में उन्होंने फूड टेक्नोलॉजी में बीए किया। वर्तमान में वह उस्मानाबाद में इंटेलिजेंस ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं।
बता दें कि उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार और सुनेत्रा पवार की पहल पर ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद करने के उद्देश्य से बारामती में राष्ट्रवादी करियर अकादमी की शुरुआत की गई थी। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया है। इसी अकादमी से पढ़े अल्ताफ शेख आज आईपीएस बन गए हैं। इस खबर के आने के बाद काटेवाड़ी और एनसीपी करियर एकेडमी में खुशी का माहौल है।
ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओ को प्रतियोगी परीक्षाओं में मदद करने के उद्देश्य से सुनेत्रा पवार की पहल पर 2012 में राष्ट्रवादी करियर अकादमी की स्थापना की गई थी। इस अकादमी से अब तक 47 राजपत्रित अधिकारी बन चुके हैं और बड़ी संख्या में युवक-युवतियां सरकारी नौकरियों में देश सेवा कर रहे हैं।