नई दिल्लीः कांग्रेस नेता अलका लांबा ने तब्लीगी जमात को लेकर दिल्ली सरकार एंव आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। दरअस्ल दिल्ली सरकार द्वारा गृह विभाग को निर्देश जारी किया गया है कि लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमों को वापस लिया जाए। यह जानकारी दिल्ली के स्वास्थय मंत्री सत्येन्द्र जैन द्वारा मीडिया को दी गई है। जिस पर पूर्व विधायक अलका लांबा ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। दरअस्ल दिल्ली सरकार ने कोरोना के शुरुआती दौर में तब्लीग़ी जमात के मरकज़ पर मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की है।
पिछले दिनों दिल्ली की एक अदालत ने तब्लीग़ी जमात के सभी 36 विदेशी जमातियों को कोरोना फैलाने के आरोपों से बरी करते हुए दिल्ली पुलिस को भी फटकार लगाई है। मजदूरों से केस वापसी के निर्देश पर अलका लांबा ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। बड़ी जल्दी याद आ गई AAP को? काश तब्लीग़ी जमात पर AAP द्वारा करवाई गई एफआईआर पर भी समय रहते माफ़ी मंगाते हुए वापस ली होती तो कोर्ट के आदेश के बाद AAP को शर्मिंदा ना होना पड़ता। अब किसानों पर की गई FIRs वापस लेने के लिए क्या पंजाब चुनावों से पहले लिखेंगे या नहीं लिखेंगे?
बता दें कि लॉकडाउन-1 के दौरान निज़ामुद्दीन स्थित तब्लीग़ी जमात के मरकज़ में जमाती रुके हुए थे। अचानक लॉकडाउन का फैसला लिये जाने के कारण ये जमाती कहीं जा नहीं सके थे, हालांकि मरकज़ द्वारा एसडीएम से इन जमातियो को भेजने के लिये परमीशन भी मांगी गई थी लेकिन वह मिल नहीं पाई। इसके बाद जैसे ही मरकज़ में जमातियों के रुके होने की ख़बर मीडिया में आई तो सबसे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मरकज़ पर एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश कर दी। इसके बाद जमातियों को मीडिया ट्रायल का सामना करना पड़ा।