नई दिल्लीः जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित ओलंपिक में सूडान के एक जूडो खिलाड़ी ने इसराइल के खिलाड़ी से लड़ने से इनकार कर दिया है और ओलंपिक से ख़ुद ही बाहर हो गया है। मोहम्मद अब्दुलरसूल को इसराइल के तोहार बत्बल का सामना करना था मगर उन्होंने इससे इनकार कर दिया। वैसे अब्दुलरसूल को पहले राउंड में अल्जीरिया के खिलाड़ी फ़ेतही नूरीन का सामना करना था मगर फ़ेतही ने भी इसराइली खिलाड़ी से लड़ने की संभावना के बाद अपना नाम वापस ले लिया।
अल्जीरियाई मीडिया में उन्हें ये कहते बताया गया- “हमने इस प्रतियोगिता के लिए बहुत तैयारी की है मगर फ़लस्तीनियों का मुद्दा इससे बड़ा है।” अफ़्रीकी विजेता को इसके बाद अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने बैन कर दिया और वापस भेज दिया। अभी ये पता नहीं है कि अब्दुलरसूल ने ओलंपिक क्यों छोड़ा। सूडान के इसराइल के साथ कूटनीतिक रिश्ते हैं। नूरीन 2019 में ओलंपिक चैंपियन बने थे और इसके बाद उसी वर्ष जापान में वर्ल्ड चैंपियनशिप में खेलने पहुँचे। मगर वहाँ भी पहले राउंड में जीत के बाद उन्होंने इसराइली खिलाड़ी से लड़ने से इनकार कर दिया और प्रतियोगिता छोड़ दी।
क्यों हो रहा इसराइल का बहिष्कार
इसी वर्ष अप्रैल मई के महीने में इसराइल की सेना द्वारा फ़लस्तीनियों पर बम बरसाए गए थे, इसराइल के इस हमले में 265 के क़रीब लोगों की मौत हुई थी, मरने वालों में बड़ी संख्या महिलाओं और बच्चों की थी। इसके बाद से इसराइल का लगातार विरोध होता रहा है। यूरोप के कई खिलाड़ियों ने इसराइल के विरोध और फ़लस्तीन के समर्थन में खेल के मैदान पर ही फलस्तीनी के झंडे से फहराकर अपना इसराइल का खुला विरोध किया था। बता दें कि इसराइल और फलस्तीन के बीच दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से लगातार संघर्ष जारी है।