नई दिल्लीः बिहार से ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलेमीन के नवनिर्वाचित विधायक अख़्तर उल ईमान ने शपथ के दौरान हिंदुस्तान शब्द पर आपत्ति जताई। उन्होंने शपथ पत्र में लिखे ‘हिन्दुस्तान’ शब्द को बोलने से इनकार किया और उसकी जगह ‘भारत’ का इस्तेमाल किया। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं जानना चाहता था कि हम भारत बोलें या हिंदुस्तान।
उन्होंने कहा कि मैंने कहा भी कि मुझे हिंदुस्तान से मोहब्बत है बेपनाह, भारत से प्रेम और इंडिया से लव भी है। संवैधानिक तौर पर भारत का प्रयोग ज्यादा हो रहा है। हम कानून बनाने वाले लोग हैं हमें संविधान को सबसे ऊपर रखना चाहिए। जानकारी के लिये बता दें कि अख्तर उल ईमान ओवैसी की पार्टी के बिहार के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।
अख़्तर उल ईमान द्वारा हिंदुस्तान के बजाय भारत बोलने पर भाजपा ने इसे दूसरा रंग देने की कोशिश की। लेकिन इसके बाद राष्ट्रीय जनता दल के युवा नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने पत्रकारो से बात करते हुए कहा कि उन्होंने (अख़्तर उल ईमान ने) ज़िक्र किया था भारत का। संविधान में भारत लिखा है और हमें लगता है कि किसी को भारत शब्द पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए। सच्चाई ये है कि भारत और हिंदुस्तान दोनों ही बेरोज़गार हैं।
उन्होंने कहा कि अगर आपने (बिहार सरकार) एक महीने के अंदर 19 लाख रोज़गार नहीं दिए तो जो जनता ने हमें डेढ़ करोड़ से ज्यादा मत दिया है उनके साथ हम लोग सड़कों पर मिलेंगे। नीतीश कुमार जी भीष्म पितामह हैं भ्रष्टाचार के। उन्होंने चोर दरवाजे से एक बार फिर सरकार बनाने का काम किया है। वो भीष्म पितामह भ्रष्टाचार के इसलिए हैं क्योंकि जितने भी गुनहगार हैं, भ्रष्टाचारी हैं उन्हें संरक्षण देना और बचाव करना उनकी पुरानी फ़ितरत रही है।