नयी दिल्ली: गुस्ताख़ ए रसूल नूपुर शर्मा (प्रवक्ता भाजपा) के ख़िलाफ़ यहाँ शाहीन बाग़ थाना में आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन दिल्ली की लीगल यूनिट की मौजूदगी में सदर दिल्ली कलीमुल हफ़ीज़ की जानिब से एफ़ आई आर दर्ज कराई गयी है।
मुक़द्दमा दर्ज कराने के बाद मीडिया से बात करते हुए कलीमुल हफ़ीज़ ने कहा कि भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने जो हमारे आक़ा की शान में गुस्ताख़ी की है उसके ख़िलाफ़ आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन की यूनिट कि जिसकी लीगल यूनिट के इंचार्ज एडवोकेट मुजीबुर्रहमान हैं, और एडवोकेट हुमा कौसर,एडवोकेट आमिर अली और यहाँ के जो लोग हैं, हमारे साथ शाहीन बाग़ थाना में आये, हमने यहाँ नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ अपनी शिकायत दर्ज कराई और हमारी प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह कि जिनके अंडर में दिल्ली पुलिस आती है, उनसे मांग है कि ऐसी महिला जिसने न केवल हिंदुस्तान के 25 करोड़ मुसलमान बल्कि दुनिया के दो सौ करोड़ मुसलामानों के जज़्बात को ठेस पहुंचाई है उसके ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त क़ानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए, इसकी जगह जेल में है।
कलीमुल हफ़ीज़ ने कहा कि दूसरी बात यह है कि हमारी पीएम मोदी से मांग है कि इसको फ़ौरन पार्टी से बर्ख़ास्त करके इसके ख़िलाफ़ क़ानूनी करवाई करके यह पैग़ाम दें कि हिंदुस्तान में अब भी क़ानून सर्वपरि है और किसी को भी यह हक़ हासिल नहीं है कि वह किसी के जज़्बात को ठेस पहुंचाए क्यूंकि मुसलमान अपनी जान से ज़्यादा, अपने माँ बाप से ज़्यादा अपने नबी ए पाक से मोहब्बत करता है और अगर कोई आपके ख़िलाफ़ कुछ बोलता है वो नाक़ाबिल ए बर्दाश्त होगा, वो अपनी जानों तक का नज़राना पेश करने के लिए तैयार है।
लिहाज़ा इस गुस्ताख़ी को संजीदगी से लिया जाए और जिस तरह से पहले कि जिन मंत्रियों ने हमारे ख़िलाफ़ ग़लत बयानी की,उनका प्रमोशन कर दिया गया, काबीना वज़ीर तक बना दिया गया, या जो भाजपा के दीगर लीडरान हैं कि जिन्होंने मुसलामानों के ख़िलाफ़ ज़हर उगला और उनको भाजपा ने प्रमोशन दे दिया, हम उम्मीद करते हैं कि इस मरतबा प्रधानमंत्री और गृहमंत्री अपनी क़ानूनी ज़िम्मेदारी को अदा करते हुए नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त करवाई करेंगे और इसको जेल भिजवाने का काम करेंगे।
कलीमुल हफ़ीज़ ने कहा कि हमने जिस मक़सद के तहत लीगल यूनिट बनाई है,अब उसके काम का आगाज़ हो चुका है और इंशा अल्लाह हम संसद से सड़क के साथ साथ अदालत में अपनी क़ानूनी लड़ाई लड़ेंगे।