मॉस्कोः अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमीदुल्लाह मोहिब ने सोमवार को कहा कि देश की सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि उत्तर अटलांटिक संध संगठन (नाटो) के सैनिकों के हटने के बाद काबुल हवाई अड्डे की सुरक्षा की जिम्मेदारी तुर्की संभाल ले।
तुर्की ने नाटो सैनिकों के जाने के बाद काबुल हवाई अड्डे के प्रबंधन और सुरक्षा की पेशकश की है, लेकिन इसके लिए वित्तीय और रसद समर्थन मांगा है। तुर्की के रक्षा मंत्री हुलुसी अकार ने पिछले हफ्ते कहा था कि तुर्की और अमेरिका इस व्यवस्था पर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है और दोनों देश अमेरिका के पीछे हटने के बाद काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सुरक्षा पर चर्चा जारी रखने की योजना बना रहे हैं।
हमीदुल्लाह मोहिब ने कहा,“हम इसके लिए काम कर रहे हैं, इसमें कोई समस्या नहीं है। हमें सिर्फ नौकरशाही से संबंधित काम पूरे करने हैं लेकिन इसके लिए अभी हमारे पास पर्याप्त समय है, हम इसे पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं।” सुरक्षा सलाहकार ने बताया कि अफगानिस्तानी सरकार 2024 तक विदेशी सैनिकों के देश से जाने के बाद की तैयारी कर रही थी, इसलिए उस समय तक हवाई अड्डे का प्रबंधन करने के लिए तैयार होने की उम्मीद थी।
इसी बीच विदेशी सैनिकों की आधिकारिक वापसी मई में ही शुरू हो गयी और अमेरिका गर्मियों के अंत तक सभी सैनिकों को वापस बुलाने की योजना बना रहा है। नतीजतन, हवाई यातायात नियंत्रकों समेत कुछ प्रशिक्षण अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। हमीदुल्लाह मोहिब ने कहा कि संक्रमण काल की आवश्यकता है कि नाटो का एक सदस्य देश जैसे कि तुर्की तब तक हवाई अड्डे का प्रबंधन करने की जिम्मेदारी उठा ले, जब तक कि अफगानिस्तान सरकार इसे लेने के लिए तैयार नहीं हो जाती।