नई दिल्ली: भारत को जल्द ही आसमान में उड़ती कारें देखना कोई फैंटेसी नहीं रहेगा यह जल्द ही साकार होने वाला है और सपने को साकार करने का क्रेडिट मुहम्मद फुरकान शोएब और उनकी टेक्निकल टीम को जाता है। एशिया की पहली फ्लाईंग कार की निर्माता कम्पनी VINATA Aeromobility (चेन्नई) के चीफ़ टेक्नोलॉजी ऑफिसर फुरकान शोएब ने एयरनॉटिकल में इंजीनियरिंग की थी और वह भारत के वन ऑफ सर्टिफाइड UAV पायलट हैं। इस उड़ने वाली कार के मॉडल को लन्दन के Helitech expo में भी दिखाया गया।
उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य राव सिंधिया ने इस खोज के लिए कम्पनी की बहुत सराहना की लेकिन खोजकर्ता का नाम मेंशन करना ही भूल गए। भारत के प्रॉमिनेंट न्यूज़ चैनलों ने कार लॉन्चिंग की न्यूज़ दिखाई लेकिन किसी ने भी भारत के इस होनहार युवा इंजीनियर का नाम मेंशन नहीं किया। Zee न्यूज़ पर सुधीर चौधरी ने इस कार का सारा श्रेय मेक इन इंडिया के तहत मोदी जी को दे दिया।” उसने दस बार मेक इन इंडिया कहा लेकिन एक बार भी मुहम्मद फुरकान का नाम नहीं लिया लेकिन अमेरिका की वेबसाइट Future Flight ने मुहम्मद फुरकान का नाम मेंशन करते हुए क्रेडिट भी दिया और इस खोज के लिए उसकी क़ाबलियत की बहुत सराहना की।
कंपनी ने अपने यूट्यूब चैनल पर फ्लाइंग कार के डिजिटल प्रोटोटाइप का एक वीडियो भी जारी किया है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि इस उड़ने वाली कार का केबिन कैसा होगा और इसमें कितने लोग बैठ सकते हैं। वीडियो में इस कार में बैठने की व्यवस्था की झलक दिखाई गई है। इस उड़ने वाली कार एक समय में दो लोग बैठ सकते हैं। कार के पंख जैसे दरवाजे सीधे खुलते हैं। कार के केबिन में एक बड़ा वर्टिकल डिजिटल टचस्क्रीन सिस्टम है जिसका इस्तेमाल अन्य चीजों के अलावा नेविगेशन के लिए किया जा सकता है।
एक हाइब्रिड कार दिखने में किसी सामान्य कार के जैसी ही होती है। लेकिन इसमें दो इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें पेट्रोल या डीजल इंजन के साथ इलेक्ट्रिक मोटर भी होती है। इस टेक्नोलॉजी को हाइब्रिड कहा जाता है। अब ज्यादातर कंपनियां इसी तरह की कारों को बनाने पर काम कर रही हैं।
उड़ने वाली इस कार की सबसे खास बात यह है कि इसे भारत में बनाया जाएगा। इस कार के इस्तेमाल को और अधिक टिकाऊ बनाने के लिए इसमें बैटरी के साथ-साथ बायो-फ्यूल का उपयोग किया जाएगा। कार में एक बैकअप पावर भी होगा, जो पावर कट होने की स्थिति में मोटर को बिजली सप्लाई करेगा। यह कार को 120 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड से 60 मिनट तक हवा में उड़ाया जा सकता है। यह जमीन से अधिकतम 3,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकती है।
कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट से पता चलता है कि बिना यात्री के इस फ्लाइंग कार का वजन 990 किलोग्राम होगा और यह अधिकतम 1300 किलोग्राम वजन उठा सकेगी। यह हाइब्रिड फ्लाइंग कार दिखने में एक पॉड जैसी है, जिसमें चार छोटे टायर लगे हैं। इनमें से हर टायर के साथ एक रोटर सिस्टम जुड़ा है। जिनमें से हर सिस्टम चार-चार ब्लेड के दो सेट से लैस है। दोनों साइड सिंगल डोर एंट्री है।
इस वर्टिकल टचस्क्रीन के ऊपर तीन हॉरिजंटल तरीके से रखी गई स्क्रीन हैं जो मौसम की जानकारी सहित अलग-अलग तरह के कार्यों और फंक्शन की जानकारी देंगी। इस फ्लाइंग कार का स्टीयरिंग व्हील एक योक की तरह है, जिसके सेंटर में कंपनी का लोगो दिया गया है। इसकी सीटें काफी आरामदायक दिखती हैं और काफी हाई क्वालिटी वाली सामग्री से बनी हैं। सीटों के किनारे में एक शैंपेन होल्डर भी दिया गया है।
कार का एयरक्राफ्ट हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (VTOL) है। इसका रोटर कॉन्फिगरेशन को-एक्सियल क्वाड-रोटर है। इसमें GPS ट्रैकर, 300 डिग्री व्यू देने वाली पैनोरमिक विंडो भी मिलेगी। पेश किए गए कॉन्सेप्ट मॉडल के मुताबिक इसमें दो पैसेंजर उड़ पाएंगे।
सभार – JJP News