लखनऊः आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस में यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर निशाना साधा है। इसके अलावा उन्होंने यूपी के वर्तमाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आदित्यनाथ सरकार ने हाथरस में जिस प्रकार से दलितों के सम्मान को कुचला, उससे दुखी होकर गाज़ियाबाद में 236 दलित परिवारों ने मजबूरी में धर्म त्याग दिया।
संजय सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि हाथरस में जातिवादी सरकार बलात्कारियों के पक्ष में खड़ी हो जाती है, बलिया कांड में भी भाजपा विधायक सहित पूरी सरकार आज तक हत्यारे के पक्ष में खड़ी हैं। इन घटनाओं ने ये साबित कर दिया कि भाजपा में दलितों का कोई सम्मान नहीं है। भाजपा की मानसिकता दलित विरोधी है। संजय सिंह ने कहा कि दलितों का धर्म त्यागना योगी सरकार पर बहुत बड़ा तमाचा है। आदित्यनाथ सरकार में दलित समाज इतना दुःखी और क्षुब्ध है कि उन्हें धर्म छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है। इसका जवाब दे भाजपा का शीर्ष नेतृत्व।
संजय सिंह ने कहा कि न्याय देने के नाम पर हत्यारों, बलात्कारियों की जाति देखकर बचाया जा रहा है। आदित्यनाथ सरकार की जातिवादी मानसिकता की वजह से उत्तर प्रदेश हज़ारों साल पीछे चला गया है। उत्तर प्रदेश में दलितों के मान सम्मान को कुचला जा रहा है। आदित्यनाथ सरकार, दलितों, पिछड़ों, महिलाओं का विश्वास खो चुकी है, ऐसे मुख्यमंत्री को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनको समर्थन देकर दलित समाज ने चार बार मुख्यमंत्री बनाया, वो बहन कुमारी मायावती जी आज तक दलितों का दर्द बांटने हाथरस नहीं गईं, दलित समाज को अब उनपर कोई भरोसा नहीं रह गया है। केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कृषि सुधार के नाम पर लाए गए ये बिल MSP खत्म कर देंगे, देश में महंगाई, जमाखोरी, कालाबाजारी को बढ़ावा देंगे और इनसे किसान पूंजीपतियों के गुलाम बनकर रह जाएंगे। इसलिए सरकार इन काले कानूनों को वापस ले।