धर्मांतरण का आरोप लगाकर चर्च में घुसी हिंदूवादी संगठनों की भीड़, पुलिस ने किया काबू

हरियाणा के रोहतक के एक चर्च में गुरूवार को हिंदू संगठनों के कई लोग घुस गए। इनका आरोप था कि चर्च में धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। पुलिस ने मौक़े पर पहुंचकर इन लोगों को चर्च से हटाया। चर्च के पादरी का कहना है कि उन्होंने किसी को भी चर्च में आने के लिए मज़बूर नहीं किया है और लोग अपनी आस्था की वजह से यहां आते हैं।

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पुलिस का कहना है कि उसने मामले की जांच की है और इसमें धर्म परिवर्तन जैसा कुछ नहीं मिला है। पिछले छह सालों से लोग यहां हर रविवार और गुरूवार को प्रार्थना करने आते हैं। हंगामे के बाद चर्च के बाहर पुलिस को तैनात कर दिया गया है और अब हालात क़ाबू में हैं।

मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के गंजबासौदा तहसील के सेंट जोसेफ स्कूल में बजरंग दल की अगुवाई में बीते सोमवार को जमकर उत्पात किया गया था। जिस वक्त उपद्रवी स्कूल को अपना शिकार बना रहे थे, उस दौरान स्कूल में 12वीं कक्षा के छात्र गणित की परीक्षा दे रहे थे।

बजरंग दल के प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि स्कूल धर्मांतरण का अड्डा बन गया है। जबरदस्ती और बहला-फुसलाकर हिन्दू विद्यार्थियों का धर्मांतरण कराया जाता है। लेकिन स्कूल प्रबंधन ने आरोपों को सिरे से नकार दिया था। पुलिस ने मामले में सख़्त कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ़्तार कर लिया था।

सूत्रों के मुताबिक़, बजरंग दल द्वारा स्कूल को निशाना बनाये जाने की असल वजह स्कूल से लगी वह कीमती सरकारी जमीन है जिस पर शहर के एक बिल्डर की कथित तौर पर नज़र है।

उधर अमित नामी चर्च के पादरी ने कहा कि भारतीय संविधान नागरिकों को अपनी मर्ज़ी से धर्म का पालन करने, धर्म अपनाने की आज़ादी देता है, चर्च में देश भर में से लोग आते हैं। हमने किसी को भी धर्मांतरण के लिये विवश नहीं किया, इसलिये हम पर धर्मांतरण कराने के आरोप पूरी तरह गलत है।