जयपुर: पैगंबर मुहम्मद ﷺ कानून को लागू करने की मांग को लेकर बुधवार को तहफ्फुज ए नामुस ए रिसालत बोर्ड के महासचिव अल्हाज मुहम्मद सईद नूरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थान सरकार में अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ, जन अभाव अभियोग निराकरण मंत्री सालेह मोहम्मद से मुलाक़ात की।
इस दौरान नूरी साहब ने उन्हे बताया कि इस्लाम धर्म और पैगंबर मुहम्मद ﷺ की शान में की जा रही अपमानजनक टिप्पणियों को लेकर देश के मुसलमान बहुत दुखी है। वह सब कुछ बर्दाश्त कर सकता है लेकिन इस्लाम धर्म और पैगंबर मुहम्मद ﷺ की शान में गुस्ताखी नहीं। उन्होने बताया कि महाराष्ट्र सरकार के समक्ष भी इस बिल को प्रस्तुत किया जा चुका है। अब राजस्थान सरकार भी इस बिल को पास करें।
इस पर सालेह मोहम्मद ने कहा कि वह मुख्य मंत्री आशिक गहलोत के सामने इस बिल को पेश करेंगे। उन्होने आश्वासन दिया कि बिल को जल्द ही पास कराया जाएगा। उन्होने कहा, हजरत मुहम्मद ﷺ इस दुनिया में रहमत बनकर तशरीफ लाये है। उनकी शान में गुस्ताखी हरगिज बर्दाश्त नहीं की जा जाएगी। उन्होने कहा कि हम खुद इस मुहिम का हिस्सा बनेंगे।
प्रतिनिधिमंडल में राजस्थान मदरसा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मौलाना फजल हक कोतवी, अंजुमन के महासचिव मोइनिया फखरिया सैयद जदगन खुदम ख्वाजा, सैयद अब्दुल वाहिद चिश्ती उर्फ अंगारा शाह, जयपुर से मुफ्ती खालिद अयूब मिस्बाही, मुंबई से मौलाना शाह वलीउल्लाह शरीफी साहिब, मौलाना खलील- उर-रहमान नूरी, मौलाना अमान, मौलाना अब्बास रिजवी, मौलाना जफरुद्दीन रिजवी, रजा अकादमी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अल्लाह नूरी आदि शामिल रहे।