झगड़ा और खून खराबा किसी देश के लिए अच्छा नहीं : गहलोत

नागौर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि आज देश के अंदर जिस तरह का माहौल है और धर्म के नाम पर जो ध्रुवीकरण हो रहा है वह सही नहीं हैं और झगड़ा एवं खून खराबा किसी भी देश के लिए अच्छा नहीं हैं।

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श्री गहलोत आज नागौर जिले के मेड़ता क्षेत्र के रेण में ब्रह्मलीन आचार्य हरिनारायण महाराज के देवल उद्घाटन एवं पर्यटन विभाग के विकस कार्यो का लोकार्पण के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण हो रहा है जो सही नहीं है और हमें अगली पीढ़ी को सुधारना है और झगड़ा एवं खून खराबा कोई भी देश के लिए अच्छा नहीं है, इसलिए चिंता होती है।

उन्होंने कहा कि इसलिए बार बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह करते है कि वह देश को अपील करे कि वह देश में हिंसा बर्दाश्त नहीं करेंगे। तनाव होगा, दंगे होते हैं तो अपील से जनता में प्रेम एवं सद्भाव बना रहे तो कोई बुरा नहीं हैं। उन्होंने कहा कि धर्म सिखाता है कि सच्चाई एवं ईमानदारी पर चलना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया के नेतृत्व में तेरह दलों ने श्री मोदी से आग्रहह किया था कि दो टूक अपील करो देश में हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

उन्होंने कहा कि देश में प्रेम एवं भाईचारे की जरुरत बताते हुए कहा कि अगर परिवार में झगड़ा हाेने पर परिवार , गांव में झंगड़ा होने पर गांव में विकास नहीं होता। इसी तरह जिले एवं प्रदेश एवं देश में झगड़े से विकास नहीं हो पाता। आज जो माहौल बना हुआ देश के अंदर हैं, सुनते हैं अखबारों में पढ़ रहे है और राजस्थान में करौली एवं जोधपुर दंगे हो गए अन्य जगह पर तनाव हो गया है। हम सब मिलकर रहेंगे तब विकास होगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में तीनों जगह दंगे भड़के और इसमें एक भी व्यक्ति की जान नहीं जाने दी गई जबकि दंगे भड़कते हैं तो पता नहीं कितना नुकसान हो जाये। उन्होंने कहा कि दंगाइयों को पहचानना चाहिए और ऐसे लोगों का समाज से बहिष्कार करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस बार उनकी कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में जनकल्याण के इतने काम कराये हैं और जनता के आर्शीवाद से लगता है कि हमारी सरकार रिपीट करेगी, पहले कभी सरकार रिपीट नहीं करती थी लेकिन इस बार रिपीट करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार बदलने से नुकसान होता है। इसलिए हम चाहते है कि हमारी फिर सरकार बने और जनकल्याण की जो योजनाएं काम कर रही है उन्हें और गति मिले ताकि जनता का भला हो सके।

उन्होंने कहा कि संत महात्माओं ने हमेशा प्रेम एवं सद्भाव सिखाया है और रामस्नेही संप्रदाय पीट ने जो रास्ता दिखाया है उस जमाने में, उसी रास्ते पर चले। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में सभी जातियां में भाईचारा, प्रेम स्नेह रहे आपस में झगड़े नहीं, रामस्नेही संप्रदाय की यह भावना शुरु से रही है और पीठ यही संदेश देती है।

उन्होंने कहा कहा कि नागौर में पेयजल के लिए इंदिरा कैनाल से मीठा पानी लाया गया और प्रदेश में अकाल एवं सूखे की स्थिति में पूरी मदद की गई। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समय मनरेगा कानून बनाया गया और अब चाहे किसी भी दल की सरकार हो इसके तहत 100 दिन का रोजगार मिलेगा। राजस्थान में इसे बढ़ाकर 125 दिन कर दिया गया जिससे सबको रोजगार मिले। उन्होंने कहा कि राज्य में पहली बार किसानों के लिए अलग से बजट की परंपरा हमने शुरु की है और इसमें खर्चा दुगना किया गया है।

इसी तरह बिजली फ्री करने से 15 लाख घरों में बिजली का बिल नहीं आ रहा है। बाकी के भी तीन रुपए यूनिट पर कम कर दिये गये और एक बाद एक जनकल्याण की योजना बन रही है। चिरंजीवी योजना इतनी शानदार योजना शुरु की गई है जिसमें दस लाख का बीमा किया गया जो देश में कहीं नहीं हैं। इसी तरह पशुपालक को पांच रुपए प्रति लीटर सरकार बोनस दे रही है। 90 लाख लोगों को पेंशन दी जा रही। पहली बार मुल्क में गायों का अलग से निदेशालय बनाया। सरकार चाहती है कि नंदी शालाए बने और आवारा पशु घूमते हैं वह बंद होना चाहिए। नंदी शालाए खुलेगी और एक करोड़ 56 लाख रुपए सरकार देगी।

इसके अलावा एक करोड़ 33 लाख चिरंजीवी योजना में महिलाओं के नाम कार्ड बने और इतने ही इन महिलाओं को मोबाइल फोन दिये जायेंगे। इनमें तीन साल का इंटरनेट फ्री होगा। हम चाहते है कि ये फोन दो महीने में दे दिए जाये लेकिन कंपनी को बनाने में समय लग रहा है। उन्होंने कहा कि इन पर 60 हजार 500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसी तरह कई जनकल्याण के काम किये जा रहे हैं।